लंगुरवीर मंदिर में तीन दिवसीय महोत्सव आज से शुरु, गौशाला लोकार्पण व शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा में जुटेंगे श्रद्धालु, मंडई मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम होगी आकर्षण का केंद्र

दुर्ग (चिन्तक)। शनिचरी बाजार स्थित 101 वर्ष प्राचीन भगवान श्री लंगुरवीर के मंदिर में 20, 21 और 22 जनवरी को तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर को यादगार बनाने भगवान श्री लंगुरवीर मंदिर पब्लिक ट्रस्ट द्वारा धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा सांस्कृतिक व प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।

महोत्सव के अंतिम दिन 22 जनवरी को अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुभ मुहूर्त पर मंदिर परिसर में नवनिर्मित श्री लंगुरवीर गौशाला का लोकार्पण किया जाएगा। लोकार्पण अवसर पर संस्कृति, धार्मिक न्यास व पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल मुख्य अतिथि होंगे। विशेष अतिथि सांसद विजय बघेल, विधायक गजेंद्र यादव, महापौर धीरज बाकलीवाल मौजूद रहेंगे। इसके अलावा इसी दिन शिव परिवार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

महोत्सव में मंडई मेला, प्रसिद्ध लोक कलाकार पुराणिक साहू द्वारा निर्देशित छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम लहर गंगा की प्रस्तुति और रोमांच से भरे विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आकर्षण का केंद्र रहेंगे। उक्ताशय की जानकारी देते हुए भगवान श्री लंगुरवीर मंदिर शनिचरी बाजार पब्लिक ट्रस्ट के अध्यक्ष मानव सोनकर ने बताया कि तीन दिवसीय महोत्सव की शुरुआत आज 20 जनवरी को सुबह भगवान श्री लंगूरवीर के महाअभिषेक के साथ हुई ।

महाअभिषेक पंडित अशोक त्रिपाठी के सानिध्य में अन्य पंडितों द्वारा संपन्न करवाई गयी। तत्पश्चात श्रद्धालु सुबह से देर रात तक मंडई मेला का आनंद उठाएंगे। रात में छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम लहर गंगा का आयोजन किया गया है। महोत्सव के दूसरे दिन 21 जनवरी को दोपहर 12 बजे से विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी अपना जौहर दिखाएंगे।
महोत्सव के अंतिम दिन 22 जनवरी को गौशाला का लोकार्पण व शिव परिवार की मूर्तियो की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हेमराज सोनकर प्रमुख यजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह उपरांत लोक कलाकार कुलेश्वर ताम्रकार छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। दोपहर 1 से 4 बजे भोजन प्रसादी भंडारा का आयोजन किया गया है।

श्री सोनकर ने बताया कि महोत्सव को लेकर मंदिर में विशेष विद्युत साज-सज्जा की गई है, साथ ही पूरे मंदिर परिसर को केले के पत्तों से सजाया जाएगा। महोत्सव की तैयारी में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मानव सोनकर, सचिव रविशंकर ढीमर, कोषाध्यक्ष दीपप्रकाश गुप्ता, सेवादार आशीष शर्मा, अशोक राठी, नरेंद्र सोनकर, युवराज सार्वा, प्रांजल त्रिपाठी, ट्रस्टी राजेश बजाज, सूरज गुप्ता, प्रभाष त्रिपाठी, देवेंद्र कसार, महेश सार्वा, सूरज सोनकर, राहुल सोनकर, आनंददेव ताम्रकार जुटे हुए हैं।

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