जिला अस्पताल में मरीजों को बाहर से लाकर लगाए जा रहे हैं लैंस, नेत्र विभाग में आपरेशन के नाम पर पांच हजार वसूलने की शिकायत

दुर्ग(चिन्तक)। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जन सामान्य को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने लगातार पहल की जा रही है। सुविधाओं और संसाधनों से सरकारी अस्पतालों को लैस किया जा रहा है। मरीजों को नि:शुल्क उपचार के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जहां चिकित्सकों की कमी है इसकी पूर्ति संविदा और डीएमएफ फंड के माध्यम से लाखों रू. का वेतन देकर की जा रही है लेकिन मरीजों को इसका सही ढंग से लाभ नही मिल रहा है बल्कि नि:शुल्क इलाज की आड़ में मरीजों को लूटा जा रहा है। इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से करने की तैयारी की जा रही है।

जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल के नेत्र विभाग में मरीजों को बाहर से लैंस लाकर लगाया जा रहा है और इसकी आड़ में प्रत्येक मरीज से पांच हजार रू. लिए जा रहे हैं। जबकि राज्य शासन द्वारा मरीजों को नि:शुल्क लैंस लगाने की सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।

शिकायत में कहा गया है कि दस जनवरी को पांच मरीजों से लैंस लगाने के नाम पर पांच पांच हजार लिए गए हैं और दो दिन पूर्व चार मरीजों से लैंस लगाने के नाम पर पांच पांच हजार वसूले गए हैं। शिकायत में कहा गया है कि बाहर से लाकर लैंस लगाने का काम डी.एम. फंड से नियुक्त एक महिला चिकित्सक डा. कल्पना जैफ व संविदा के रूप में कार्यरत डा. कोसरिया द्वारा किया जा रहा है। इसमें डी.एम. फंड से नियुक्त महिला चिकित्सक महाराजा चौक से अपना निजी क्लीनिक भी चला रही है। नियमानुसार डी.एम. फंड से कार्यरत चिकित्सक को अपना निजी क्लीनिक आपरेशन होम चलाने की अनुमति नही है। लेकिन इसकी अनुमति उन्हें कैसे दे दी गई है यह आश्चर्य व हैरत का विषय है।

जिला अस्पताल के नेत्र विभाग मेें आपरेशन करा चुके मरीजों से भी ड्रेसिंग के नाम पर सौ सौ रूपए लिए जाने की शिकायत है और वार्ड में झाडू पोंछा करने वाले कर्मचारी भी मरीजों से पचास पचास रूपए वसूल रहे हैं। शिकायत में कहा गया है कि बाहर से लैंस लाकर लगाने का काम कमीशन खोरी के तहत किया जा रहा है।

बाहर से लैंस लाकर लगाना गलत-डा. भाटिया
जिला अस्पताल की नेत्र विभाग की प्रभारी डा. संगीता भाटिया का कहना है कि बाहर से लैंस लाकर यदि मरीजों को लगाया जा रहा है और इसकी आड़ में पैसे लिए जा रहे हैं तो यह गलत है। इसकी मुझे जानकारी नही है मैं पता करती हूं।

सीधें करें शिकायत-सिविल सर्जन
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा.ए.के. साहू का कहना है कि बाहर से लैंस लाकर लगाए जाने की जानकारी नही है मैं पता करता हूं। उन्होने कहा कि जिन मरीजों को बाहर से लाकर लैंस लगाए गए है और उनसे यदि पैसे लिए गए हैं तो वे सीधे शिकायत करें। इस मामले मे कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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