गुमटी में व्यवस्थापन के बाद भी गौरवपथ में फिर लगी दुकानें, फल की दूकानों के कारण आवागमन हो रहा है प्रभावित

दुर्ग(चिन्तक)। गौरवपथ के किनारे लगी फल दूकानों को चर्च के समीप गुमटी में व्यवस्थित कर दिया गया है लेकिन इसके बाद भी दूकानें गौरवपथ पर लगाई जा रही है। इससे आवागमन के प्रभावित होने के साथ दुर्घटना के घटित होने की संभावना है।

जानकारी के अनुसार नगर निगम द्वारा साढ़े पांच करोड़ की लागत से गौरवपथ मार्ग का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण किया गया है। मार्ग को वन वे बनाकर विद्युत व्यवस्था की गई है। सड़क के सौंदर्यीकरण का ध्यान रखते हुए नगर निगम द्वारा गौरवपथ के दोनो किनारे लगी फल सहित अन्य दूकानों को गुमटी देकर चर्च के पास व्यवस्थापित भी कर दिया गया है।

चर्च में गुमटी पर दूकानें भी शुरू हो गई है। दूकानों के हटने से गौरवपथ मे आवागमन सुलभ हो गया था लेकिन कुछ दिनों बाद स्थिति पहले जैसी हो गई है। वर्तमान में गौरवपथ में फिर से फल की दूकानों की कतार लग गई है। जिससे आवागमन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।यहां यह बताना लाजिमी होगा कि गौरवपथ में एक मार्गी व्यवस्था बना दिए जाने के कारण सभी प्रकार के वाहनों का आना जाना एक मार्ग से होता है।

गौैरवपथ शहर के सबसे व्यवस्ततम मार्गो में से एक है। इस मार्ग में यातायात का दबाव निरंतर बना रहता है। मार्ग में स्कूल हास्पिटल, बैंक कालेज ,सब्जी बाजार के साथ अन्य कई प्रतिष्ठान संचालित है। इसकी वजह से पार्किंग की भी समस्या है। फल दूकानों के पास खरीददारी करने वाले लोग अपने वाहनों को अव्यवस्थित तरीके से खड़ी कर देते हैं जिससे कभी भी दुर्घटना की आशंका है।

यातायात विभाग नही करता कार्यवाही
शीतला मार्केट से जेल तिराहा चौक तक कई ऐसे प्रतिष्ठान संचालित है जहां सुबह से शाम तक वाहनों का जमावड़ा रहता है। जेल की तरफ जाने वाले मार्ग से छोटी छोटी दूकानों के सामने भी दुपहिया व चौपहिया वाहन बेतरतीब ढंग से खड़े नजर आते हैं। ट्रेफिक विभाग द्वारा इस मार्ग पर अव्यवस्थित तरीके से वाहन खड़ा करने वालों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की जाती जिसके कारण दिनभर दुर्घटना की वजह से खतरे की स्थिति बनी रहती है।