400 एकड़ में विकसित हो रहा है भिलाई का आईआईटी कैंपस

भिलाई| प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने आज दुर्ग के भिलाई में आईआईटी, कवर्धा और कुरुद में केन्द्रीय विद्यालय के नए बने भवनों का भी लोकार्पण किया है। आज इस लोकार्पण कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़ें। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भिलाई आईआईटी से ऑनलाइन लोकार्पण कार्यक्रम में जुड़े। सीएम साय ने कार्यक्रम के बाद कहा कि वह भिलाई के उच्च तकनीकी राष्ट्रीय संस्थान आईआईटी के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। साथ ही कहा कि यह कैंपस करीब 400 एकड़ में विकसित किया जा रहा है।

सीएम साय ने कार्यक्रम को लेकर कहा कि आज छत्तीसगढ़ के लिए आज गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू से देश के लिए 32 हजार करोड़ रुपए की 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इनमें छत्तीसगढ़ की तीन शैक्षणिक संस्थाएं भी शामिल हैं। मैं प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देता हूं और उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने आईआईटी भिलाई परिवार को सर्वसुविधायुक्त स्थाई कैंपस मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आईआईटी उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र बनेगा|

वर्तमान में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई में एक हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। यहां इंजीनियरिंग की 11 शाखाओं में छात्र पढ़ रहे हैं। वर्ष 2016 में आईआईटी के अस्थाई परिसर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कक्षाएं लगना शूरू हुई थीं। अगस्त 2023 से भिलाई स्थित स्थाई परिसर में कक्षाएं लग रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 जून 2018 को भिलाई में आईआईटी परिसर के निर्माण की आधारशिला रखने के बाद 8 जुलाई 2020 से इसका निर्माण आरंभ हुआ था। आईआईटी भिलाई का परिसर 400 एकड़ में फैला है। आरंभिक रूप से इसके निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 1090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत कर परिसर में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लासरूम आदि बनाए हैं। यहां निर्मित कई भवनों के नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पहाड़ों के नाम पर इंद्रावती, शिवनाथ, कन्हर, मैनपाट, गौरलाटा, सिहावा, पेलमा इत्यादि रखे गए हैं।