वेबसाईड ओपन न होने से सैकड़ों महिलाएं हुई वंचित, महतारी वंदन योजना के आखरी दिन उमड़ी भीड़, नही दी गई किसी को पावती
दुर्ग(चिन्तक)। महतारी वंदन योजना के लिए जमा कराए जा रहे आनलाईन आवेदन के अंतिम दिन वेबसाईड ओपन न होने से शहर की सैकड़ो महिलाएं आवेदन जमा करने से वंचित रह गई। बताया गया है कि इसके आवेदन की तिथि अब आगे नही बढ़ाई जाएगी। आवेदन जमा करने से वंचित महिलाओं में निराशा की लहर व्याप्त है।
यहां गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले महतारी वंदन योजना लागू की थी और सरकार बनने की स्थिति में प्रत्येक महिलाओ को प्रतिमाह एक हजार व एक वर्ष में बारह हजार देने का वादा किया था। परिणाम स्वरूप महिलाओं ने भाजपा को वोट दिया और सरकार ने वायदे के अनुरूप महतारी वंदन योजना भी लागू कर दी। इसके लिए आंगनबाड़ी व आनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से महिलाओं से आवेदन लिए गए।
महतारी वंदन योजना के लिए फार्म भरने की अंतिम तिथि 20 फरवरी निर्धारित की गई थी चूंकि आवेदन के साथ आधार कार्ड, पैनकार्ड, परिचय पत्र, निवासी प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र सहित कई आवश्यक दस्तावेज मांगे गए थे।
इसलिए दस्तावेजो को जुटाने महिलाएं मशक्कत करती रही। हजारों महिलाओं ने फार्म भी जमा करा दिए इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रो में सीधे फार्म जमा कराए जा रहे थे और आनलाइन के माध्यम से भी आवेदन लिए जाने की व्यवस्था भी बनाई गई थी।
बताया गया है कि आवेदन की तिथि के अंतिम दिन आनलाईन के दौरान वेबसाईड ओपन नही होने से बीते दिन सैकड़ो महिलाओं को आवेदन जमा करने से वंचित होना पड़ गया।
किसी को भी नही दी गई पावती
जानकारी के अनुसार महतारी वंदन योजना के फार्म सीधे तौर पर आंगनबाड़ी केन्द्रो में जमा कराए गए है और आनलाईन आवेदन च्वाइस सेंटरो के माध्यम से जमा हुए है। फार्म में नीचे का एक छोटा हिस्सा पावती के लिए है जिसमें नाम पता दर्ज कर उसे फाड़कर आवेदन जमा करने वालों को देना है लेकिन इनमें से किसी को भी पावती नही दी गई है। इस बीच यदि किसी के जमा आवेदन पर महतारी वंदन योजना का लाभ नही मिला तो वह उसे कैसे प्रमाणित करेगा। यह आश्चर्य का विषय है।
मार्च के प्रथम सप्ताह में मिलनी है राशि
महतारी वंदन योजना के तहत मार्च के पहले सप्ताह में महिलाओं के खाते में राशि जमा करने की घोषणा सरकार द्वारा की गई है। संभवत: 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इसका शुभारंभ होगा। इसे लेकर महिलाओं मेंं भारी उत्साह है लेकिन आवेदन जमा करने से वंचित महिलाओं में निराशा का वातावरण देखा जा रहा है।