साय कैबिनेट में लिए गए बड़े फैसले, मीसाबंदियों की पेंशन फिर होगी शुरु, मोदी की गारंटी पूरा करने का सिलसिला रहेगा जारी

रायपुर| विष्णु देव साय के कैबिनेट की कल बड़ी कैबिनेट की बैठक हुई। आपको बता दें की सीएम साय की अध्यक्षता में यह बैठक मंत्रालय नवा रायपुर में शाम 5 बजे के करीब मंत्रालय स्थित कैबिनेट हॉल में आयोजित की गई थी।

बैठक में 15 प्रस्तावों पर मुहर लगी । वहीं लोकसभा चुनाव के पहले सीएम साय के इस बैठक से कई अहम फैसले लिए गए हैं ।

जानकारी अनुसार कैबिनेट की  बैठक में महतारी वंदन योजना और धान किसानों के अंतर राशि पर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इसके साथ ही इसमें मीसाबंदियों की पेंशन फिर से शुरु होगी ।

खरीफ 2023–24 से कृषक उन्नति योजना लागू होगी।

मीसाबंदियों की पेंशन फिर से शुरु करने की योजना पर मुहर लगाई गई है ।

NIA के तर्ज पर SIA का भी गठन होगा।

अब संभाग स्तर पर भी अनुकंपा नियुक्ति होगी।

राजीव नगर आवास योजना का नाम बदल कर अटल बिहारी योजना होगा ।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भी लागू करने का फैसला लिया गया ।

NIA के तर्ज पर SIA का गठन किया जाएगा । NIA के साथ समन्वय के लिए एजेंसी के रूप में कार्य करेगी ।

1 SP समेत 74 नवीन पदों का निर्माण किया जाएगा ।

संविदा पर नियुक्त कर्मचारियों को 18 दिनों के स्थान पर 30 दिनों के आकस्मिक अवकाश की पात्रता दी जाएगी ।

अब संभाग स्तर पर अनुकंपा नियुक्ति होगा, कलेक्टर व संभाग आयुक्त भी निर्णय लेंगे ।

छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का निर्णय लिया गया ।

राज्य योजना आयोग का नाम बदलकर राज्य नीति आयोग करने का निर्णय किया गया ।

छत्तीसगढ़ आर्थिक सलाहकार परिषद का गठन करने का निर्णय हुआ ।

टाटा टेक्नोलॉजी के साथ अनुबंध समाप्त करने और एस्क्रो अकाउंट में जमा राशि 185.80 करोड़ राज्य की कोष में जमा करने का निर्णय कैबिनेट में लिया गया ।

संचनालय रोजगार एवं प्रशिक्षण द्वारा 40 संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों की संविदा सेवा में वृद्धि/ नवीनीकरण करने का निर्णय हुआ ।

छत्तीसगढ़ मोटर यान कराधान अधिनियम 1991 के संशोधन प्रारूप का अनुमोदन किया गया ।

खरीफ 2023–24 से कृषक उन्नति योजना लागू की गई ।

निशा बंधिया के सम्मान निधि को प्रारंभ करने का निर्णय 5 के बकाया राशि भी दिया जाएगा ।

सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया जाएगा ।

राजीव नगर आवास योजना का नाम बदलकर अटल विहार योजना करने का निर्णय लिया गया ।

शक्कर का क्रय मूल्य 3500 रुपए प्रतिदिन किया गया है।