दुर्ग के दो पूर्व सांसद दूसरी लोकसभा से लड़ रहे चुनाव, सरोज कोरबा से भाजपा प्रत्याशी, ताम्रध्वज महासमुंद से कांग्रेस के उम्मीदवार
दुर्ग(चिन्तक)। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे दो नेता अगले चुनाव मेंं छत्तीसगढ़ की अलग अलग लोकसभा की सीट से उम्मीदवार है। इसमें दुर्ग की पूर्व सांसद सरोज पांडे कोरबा लोकसभा की सीट से भाजपा प्रत्याशी है।
वहीं दुर्ग के ही पूर्व सांसद ताम्रध्वज साहू महासमुंद लोकसभा की सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार है। ये दोनो नेता अगले चुनाव में कितना सफल होते हैं इस पर दुर्ग की जनता की निगाहें भी टिकी हुई है। कोरबा से भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रही सरोज पांडे वर्ष 2009 में दुर्ग लोकसभा की सीट से सांसद निर्वाचित हुई थी। उन्होने त्रिकोणात्मक मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौबे को पराजित किया था। सुश्री पांडे इससे पहले दुर्ग निगम की दो बार महापौर निर्वाचित होने के साथ वैशाली नगर विधानसभा के चुनाव में भी विजयी हुई थी। महापौर विधायक और सांसद चुने जाने की वजह से गिनीज बुक में भी उनका नाम दर्ज है।
सरोज पांडे भा्रतीय जनता पार्टी में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय संगठन में राष्ट्रीय महासचिव व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के साथ राज्यसभा की सांसद भी रह चुकी है। सुश्री पांडे छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री के दावेदार की कतार में अपनी जगह बना चुकी है। सरोज पांंडे की गिनती भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता के रूप में की जाती है। महिलाओ को भाजपा से जोडऩे में सरोज पांडे का योगदान अभूतपूर्व रहा है।
सरोज पांडे राजनीति की माहिर खिलाड़ी होने के साथ साथ चुनाव लडऩे की कला भी जानती है इसलिए भाजपा ने महंत के किले को धवस्त करने उन्हें मैदान में उतारा है। कोरबा में भाजपा को जीत दिलाने में सुश्री पांडे कितनी सफल होती है इसका पता आने वाले दिनों में चलेगा।
महासमुंद से कांग्रेस के प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू वर्ष 2014 में दुर्ग लोकसभा की सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे । उन्होने मोदी लहर मेंं भाजपा की कद्दावर नेत्री और मौजूदा सांसद सरोज पांडे को पराजित किया था। सांसद बनने के बाद दिल्ली मे उनकी गांधी परिवार से नजदीकी बढ़ी। फलस्वरूप इसके बाद अगले विधान सभा के चुनाव में राहुल गांधी के निर्देश पर दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के प्रत्याशी बने। चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में उनका नाम चला लेकिन भूपेश बघेल के सी.एम. बनने के बाद गृह एवं लोक निर्माण मंत्री बने पिछले विधानसभा के चुनाव में श्री साहू को पराजय का सामना करना पड़ा है।
लेकिन पार्टी का भरोसा उन पर बरकरार है। श्री साहू के पास भी चुनाव लडऩे का दीर्ध अनुभव है। महासमुंद में कांग्रेस को जीत दिलाने श्री साहू युद्ध स्तर पर सक्रिय हो गए है। दुर्ग के इन दोनो नेताओं के चुनाव परिणाम को लेकर भारी उत्सुकता का माहौल है और जीत और हार को लेकर चर्चा का दौैर भी शुरू हो गया है।