स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन नीति एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे पूना नर्कोम अभियान नई सुबह, नई शुरूआत से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
नक्सली संगठन में तीन नक्सली पोडियाम मासा पिता गंगा (बुर्कलंका आरपीसी मिलिशिया सदस्य) 26 वर्ष निवासी पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा,मड़कम हुंगा (बुर्कलंका आरपीसी मिलिशिया सदस्य) 30 वर्ष निवासी पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा और करतम मंगा (अरलमपल्ली आरपीसी मिलिशिया सदस्य) 20 वर्ष निवासी बुंगरूपारा थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा,

माड़वी भीमा 33 वर्ष (अरलपमल्ली आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य) 20 वर्ष निवासी अरलमपल्ली थाना किस्टाराम जिला सुकमा एवं वंजाम पाण्डू (मिलिशिया सदस्य) उम्र 44 वर्ष निवासी आतुलपारा पोलमपल्ली थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा हाल ग्राम वेकुरपाड़ (तेलंगाना) ने आत्म समर्पण किया है।

आत्मसमर्पित नक्सली वंजाम पाण्डू के विरूद्ध थाना दोरपापाल में धारा 346, 342, 34 भादवि. के तहत मामला दर्ज था, सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जाने की बात कही गई है।

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