तांदुला जलाशय से निस्तारी तालाबों में नही पहुंचा पानी, जलस्तर कम होने से हैंडपंप से नही मिल पा रहा है पानी, संकट बढऩे के आसार

दुर्ग(चिन्तक)। जिले के निस्तारी तालाबों में पानी नही भरे जाने से आने वाले समय में संकट के गहराने के पूरे आसार है। वर्तमान में जिले के तालाबों की स्थिति बेहद दयनीय है। अधिकांश तालाब सूख चुके हैं और गिने चुने तालाबों में पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। इसका असर हैंडपंपो पर पड़ रहा है। हैंडपंपो से बमुश्किल एक गुंडी पानी ही मिल पा रहा है। ंिसंचाई विभाग के अफसरो की लापरवाही से गर्मी के मौसम में पानी को लेकर त्राही त्राही की स्थिति बन सकती है।
जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले मे एक हजार निस्तारी तालाब है। इसमें से 666 तालाबों में गर्मी शुरू होने से पहले नहरों के माध्यम से पानी भर दिया जाता है। पिछले वर्ष मार्च के आखरी सप्ताह में पानी भर दिया गया था लेकिन वर्ष 2024 में अप्रेल माह का दूसरा सप्ताह चल रहा है लेकिन नहरों के माध्यम से तालाबो में अभी तक पानी नहीं पहुंचा है।

वर्तमान स्थिति में जिले के कई तालाब सूख चुके है वहीं सैकड़ो से अधिक निस्तारी तालाब सूखने की कगार पर है। इन तालाबों में पानी कम होने से हैंडपंप का जलस्तर काफी नीचे चला गया है जिसके कारण पानी की व्यवस्था को लेकर परेशानी बढऩी शुरू हो गई है। यहां यह बताना लाजिमी होगा कि गर्मी के मौसम मे निस्तारी तालाबों में पानी के भर जाने से बोर रिचार्ज हो जाते है। बोर का जलस्तर ्र्नीचे नही जाता और लोगों को पानी की दिक्कत नही होती लेकिन वर्तमान में तालाबों में नहरो के माध्यम से पानी नही भरा जा सका है। इससे आने वाले समय में पानी को लेकर संकट के बढने के पूरे आसार दिखाई दे रहे हैं।
कोडिय़ा में पानी का संकट शुरू

दुर्ग विकासखंंड के अंतर्गत ग्राम कोडिय़ा से दो हजार की आबादी वाला गांव है। इस गांव में 27 हैंडपंप है। यहां के निस्तारी तालाब में पानी नही भरे जाने की वजह से हैंडपंप में पानी का जलस्तर नीचे चला गया है। जिसके कारण एक गुंडी पानी जुटाने के लिए लोगों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।

तांदुला जलाशय से तालाबों में भरा जाता है पानी
जिले के 666 निस्तारी तालाबों से तांदुला जलाशय से नहरो के माध्यम से पानी भरा जाता है। तांंदुला जलाशय में वर्तमान में 37 प्रतिशत पानी का भराव है जबकि पिछले वर्ष इसी समयावधि तक 50 प्रतिशत भराव था। तांदुला नहर में ब्रिज का निर्माण कार्य जारी रहने के कारण नहरो के माध्यम से तालाब तक पानी पहुंचने से दिक्कत की स्थिति बनी हुई है। सिंचाई विभाग द्वारा भविष्य की स्थिति को देखते हुए कोई पूर्व उपाय नही किए गए है।

कलेक्टर के दखल की दरकार
निस्तारी तालाबों में पानी नही पहुंचने से भविष्य में संकट बढऩे से अशांति की स्थिति बन सकती है। फलस्वरूप प्रशासन को बड़े आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है। क्षेत्र के जागरूक लोगो ने जिलाधीश ऋतु प्रकाश चौधरी से व्यक्तिगत रूचि लेकर हस्तक्षेप करने की मांग की है और सिंचाई विभाग के अफसरो के साथ स्थिति का मौका स्थल पर जाकर जायजा लेने का आग्रह किया है।