विश्वविद्यालय द्वारा जारी परिणाम से नाराज स्टूडेंट्स, NSUI ने किया विरोध, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
रायपुर| छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों में परीक्षा का दौर खत्म हो चुका है और इसी के साथ अब सभी विश्वविद्यालयों के परिणाम भी जारी किए जा रहे है। इसी कड़ी में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा परिणाम जारी किया गया।
इसमें 5 वर्षीय बीए. एलएलबी कोर्स के भाग 3 एवं 5 विषम सेमेस्टर में बहुत ही निराशाजनक परिणाम सामने आए है। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ NSUI प्रदेश सचिव भक्तेश्वर वैष्णव के नेतृत्व में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की आशंका जताते हुए विश्वविद्यालय का घेराव कर आंदोलन किया गया।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी परिणाम में बीए.एलएलबी भाग 3 एवं 5 के विषम सेमेस्टर का परिणाम क्रमशः 36.26 एवं 41.72% है। जबकि अन्य भाग का परिणाम 65% से ऊपर है जो की 1 महीने पूर्व जारी किया था।
जबकि भाग 3 और 5 विषम सेमेस्टर का परिणाम कुछ दिनों पूर्व ही जारी किया है देरी से जारी होने साथ साथ अति निराशाजनक परिणाम जारी किया गया है।
जिससे विश्वविद्यालय द्वारा विधि संकाय बीए.एलएलबी के भाग 3 एवं भाग 5 विषम सेमेस्टर क्रमशः 171 विद्यार्थियों में 109 तथा 163 विद्यार्थियों में 95 विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम एटीकेटी है। विश्वविद्यालय द्वारा ऐसा परिणाम जारी करने पर छात्र-छात्राए अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ महसूस कर रहे है।
छात्रों का यह भी कहना है कि, राज्य के अन्य राजकीय विश्वविद्यालय में बीए.एलएलबी पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को पुनः मूल्यांकन की सुविधा दी जाती है। अन्य विश्वविद्यालयों की तरह पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में भी यह नियम लागू करने की मांग की गई है।
इसके साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं का पुनः मूल्यांकन राज्य के अन्य विश्वविद्यालय के प्रशिक्षित प्राध्यापकों द्वारा निष्पक्ष रूप से करने की मांग भी की गई। इन सभी मांगों को लेकर को NSUI द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा पुनर्मूल्यांकन करने का आश्वासन भी दिया गया। वही NSUI प्रदेश सचिव भक्तेश्वर बैष्णव द्वारा 7 दिनों के अंदर उचित निर्णय नहीं लेने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गई है. आंदोलन में पुनेश्वर लहरें, अंकित बंजारे, खुशांत मंजरे, विक्रम श्रीवास, यश कोसले, अंशुमान प्रताप सिंह, श्रेयांश, मुनेश, शुभम कुर्रे, विशाल शतरंज व अन्य उपस्थित रहे।