दुर्ग में ब्राउन सुगर की खपत बढ़ी, जनस्वास्थ्य खतरे के साये में, दर्जनों मामले पकड़े जाने के बाद भी बिक्री पर पूरी तरह से रोकथाम नही

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दुर्ग(चिन्तक)। दुर्ग शहर में ब्राउन सुगर के सेवन की लत में भारी इजाफा हुआ है। नागपुर से दुर्ग आकर महिला ड्रग पेडलर द्वारा की जा रही ब्राउन सुगर की बिक्री इस बात का प्रमाण है कि दुर्ग में ब्राउन सुगर की खपत बढ़ गई है।
हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए लेडी डान व उसके साथियों को हिरासत में ले लिया है लेकिन ब्राउन सुगर की खपत का बढऩा चिंता का विषय है। पुलिस इससे पहले भी ब्राउन सुगर के दर्जनो मामले पकड़े है लेकिन इस पर पूरी तरह से रोक नही लगाई जा सकी है।

जानकारी के अनुसार पिछले चार से पांच वर्ष के अंतराल में ब्राउन सुगर के दर्जनो मामले सामने आये है। इसमें छुट पुट लोगो को ही पुडिय़ा के साथ पकड़ा गया है। पहली बार पांच लाख रू. की ड्रग पकड़ी गई है। बताया गया है कि ब्राउन सुगर की लत का शिकार सबसे ज्यादा युवा वर्ग हो रहा है। स्कूल व कालेज में अध्ययनरत बच्चे सबसे ज्यादा इसका शिकार बन रहे है। दो से तीन बार ब्राउन सुगर का सेवन करने के बाद ही इसकी लत लग जाती है और नशे का आदी बनने वाला युवक इसके लिए बड़ी से बड़ी कीमत देने के लिए तैयार हो जाता है।
क्या होता है ब्राउन सुगर
जब हम ब्राउन सुगर के बारे में सोचते है तो हमारे दिमाग में आने वाली सामान्य चीज सामान्य चीनी ब्राउन रंग में होती है लेकिन ब्राउन सुगर सामान्य चीनी से बहुत अलग है। इसमें बीस प्रतिशत हेरोइन होती है शुद्ध हेरोइन ब्राउन सुगर ड्रग का बीस प्रतिशत हिस्सा है। शेष 80 प्रतिशत चाक के रूप में आता है। इसमें जिंक आक्साइड भी मिली होती है। इसका सेवन करने के लिए लोग धुम्रपान करना पसंद करते है। कई लोग पन्नी में रखकर जलाकर इसके धुएं का सेवन करते है।

सेवन के दुष्परिणाम
जब कोई ब्राउन सुगर की लत का आदी हो जाता है तो इसके पास कोई नियंत्रण नही होता और निरंतर उपयोग चीजों को बहुत हानिकारक साबित कर सकता है। कुछ औषधीय उद्देश्यों के लिए दवा लेते है। कुछ आनंद के लिए लेते है। इसके लगातार सेवन से घातक दुष्परिणाम होते है और इसके नशे की अवस्था में सेवन का आदी कुछ भी कर गुजरने से परहेज नही करता।

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