अमित शाह फेक वीडियो मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, कांग्रेस का सोशल मीडिया नेशनल कॉर्डिनेटर गिरफ्तार
नई दिल्ली। अमित शाह के फेक वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने इसी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अरुण रेड्डी नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। अरुण रेड्डी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर ‘स्पिरिट ऑफ कांग्रेस’ नाम से अकाउंट चलाते हैं। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अरुण रेड्डी को फर्जी वीडियो अपलोड करने और प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बता दें, ‘स्पिरिट ऑफ कांग्रेस’ सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लाख 20 हजार से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं। अरुण रेड्डी को तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक अरुण रेड्डी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) का सोशल मीडिया नेशनल कॉर्डिनेटर है।
इससे पहले पुलिस ने इस मामले में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया इकाई में काम करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में पेंड्याला वामशी कृष्णा, मन्ने सतीश, पेट्टम नवीन, अस्मा तस्लीम और कोया गीता शामिल हैं। हैदराबाद शहर के साइबर अपराध पुलिस उपायुक्त दारा कविता ने शुक्रवार को बताया कि सभी हैदराबाद के निवासी हैं।
सभी आरोपियों को हैदराबाद के नामपल्ली में बारहवीं ए.सी.एम.एम. की अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां उन्हें सशर्त जमानत दे दी गई। अदालत ने उन्हें दो प्रतिभूतियों के साथ 10,000 रुपये जमा करने और अगले आदेश तक सोमवार और शुक्रवार को जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थिति दर्ज कराने को कहा है।
क्या था मामला?
हाल ही में सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक वीडियो वायरल कर दावा किया जा रहा था कि वह बीजेपी के सत्ता में आने पर एससी/एसटी अरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। हालांकि बाद में साफ हुआ कि इस वीडियो एडिट करके शेयर किया जा रहा है। असल वीडियो साल 2023 का था जिसमें अमित शाह ने तेलंगाना में भाषण देते हुए मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कही थी।