दुर्ग में गौ-तस्करी का बड़ा मामला: 100 से अधिक मवेशी को किया रिकवर, तस्करों से पूछताछ जारी
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में उतई पुलिस ने 100 से अधिक गाय, बैल और बछड़ा को तस्करों से छुड़ाया है। सभी गौवंश थाना परिसर में रखा गया है। पुलिस ने गाय बैल ले जा रहे आरोपियों से उसके दस्तावेज मांगे तो वो उन्हें पेश नहीं कर सका। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उतई पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ गांव के लोगों ने उन्हें शुक्रवार रात सूचना दी थी कि कुछ लोग काफी बड़ी संख्या में अपने साथ मवेशियों को ले जा रहे हैं। उन्होंने या तो चोरी या भी मवेशी तस्करी की आशंका जताई थी।उतई थाना प्रभारी ने सूचना मिलते ही पुलिस की टीम को भेजा। जब वहां मवेशी ले जा रहे लोगों से गौवंश खरीदी बिक्री के दस्तावेज मांगे गए तो वो उसे नहीं दे सके।
मामले में TI मनीष शर्मा ने बताया कि लखेश राम साहू और उसके 4 अन्य साथी अपने साथ 104 बैल के जोड़े लेकर बालोद की तरफ जा रहे थे। रात अधिक हो जाने से वो लोग धौरा भाठा के पास के पास रुक गए थे। पुलिस ने जाकर सभी मवेशियों को थाने पहुंचाया। आरोपी से गाय बैल खरीदी बिक्री के दस्तावेज मांगे गए हैं। उसको पेश करने के बाद उसे छोड़ा जाएगा।
लखेश राम साहू ने बताया कि जामगांव बालोद का रहने वाला है। अपने साथी के साथ मवेशियों को बेचने खरीदने का काम करते हैं। उन लोगों ने उतई के गांव से इन मवेशियों को खरीदा है। इसके बाद उसे बालोद लेकर जा रहे हैं। सोमवार को बालोद के करही बदर क्षेत्र में मवेशी खरीदी बिक्री का मेला लगेगा। वो लोग इन्हें वहीं ले जाकर बेचेंगे। गांव वालों ने आशंका जताई है कि ये लोग गववंश की तस्करी करते हैं। उन्हें पैदल ले जाकर दूसरे राज्य ले जाएंगे। आगे उन्हें तस्करी के लिए भेज दिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। जांच के बाद ही तय हो पाएगा कि मामले में सच्चाई क्या है।