बैंककर्मियों ने ही लूटा 42 लाख कैश, रातभर में चोर-पुलिस वाले खेल का पर्दाफाश
दमोह। मध्य प्रदेश में पुलिस को फोन कर एक चौकीदार ने बताया कि बैंक में पांच नकाबपोश बदमाश घुसकर लाखों रुपए लूट लिए हैं। बदमाशों ने बैंक कर्मचारियों पर हमला भी किया है। यह सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। बैंक की ओर जाने वाली सड़क की नालियों में नोटों की गड्डियां गिरी पड़ी थीं। यह दमोह जिले की मंगलवार रात की घटना है। जांच में पता चला कि बैंक से 42 लाख रुपए से ज्यादा कैश लूटे गए हैं। लेकिन जब आरोपियों के बारे में पता चला तब सभी हैरान रह गए। दरअसल, तीन बैंककर्मियों ने मिलकर ही इस लूट की प्लानिंग बनाई थी। बैंककर्मी पुलिस को बार-बार यह बता रहे थे कि चोर कोई और है। लेकिन रातभर में ही चोर-पुलिस वाले खेल का पर्दाफाश हो गया।
चौकीदार निकला सरगना
एमपी पुलिस ने कुछ ही घंटों में इस बैंक लूट का खुलासा कर दिया। दरअसल, शिकायत करने वाला चौकीदार ही लूट का सरगना निकला। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों बैंक में नौकरी करते हैं। कैशियर, चौकीदार और एक अन्य कर्मचारी ने यह पूरी साजिश रची। यह गैसाबाद थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव की मध्यांचल ग्रामीण बैंक का मामला है।
रातभर में केस सॉल्व
दरअसल, मध्यांचल ग्रामीण बैंक के चौकीदार ने मंगलवार रात करीब आठ बजे पुलिस को फोन किया। उसकी पहचान रोहित विश्वकर्मा के रूप में हुई है। रोहित ने बताया कि पांच नकाबपोशों ने बैंक में हमला कर दिया। वे लाखों रुपए लूट कर भाग गए। बैंक में लूट की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच शुरू की गई। साइबर पुलिस को एक्टिव किया गया।
नहीं मिला सीसीटीवी फुटेज
पुलिस के पहुचंने पर चौकीदार ने बताया कि बदमाश कट्टा लेकर बैंक में घुसे थे। उन्होंने बैंककर्मियों के साथ मारपीट की। एक कर्मचारी को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद वे एक बैग में कैश रखकर फरार हो गए। जांच में पता चला कि 42 लाख से अधिक रुपए गायब थे। पुलिस ने यह भी पाया कि सीसीटीवी फुटेज के DVR गायब हैं। ऐसे में पुलिस को कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल सका।
खुद को किया जख्मी
जांच में पता चला कि चौकीदार दो अन्य बैंककर्मियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने 42 लाख रुपए जब्त कर लिए हैं। सीसीटीवी का DVR भी मिल गया है। दरअसल, पुलिस को गुमराह करने के लिए बैंककर्मियों ने खुद के शरीर को जख्मी कर दिया था। इसके लिए वे कटर का इस्तेमाल किए थे। चौकीदार ने पुलिस को बताया कि बैंक मैनेजर लॉकर की चाबी छोड़कर चले गए थे।
नालियों में नोट की गड्डियां
पुलिस ने पाया कि बैंक के पास नाली में नोट की गड्डियां गिरी हैं। दरअसल, आरोपियों ने इसे जानबूझ कर गिराया था। जिससे यह लगे कि बदमाश जब कैश लेकर भाग रहे थे तब नोट गिर गया। लेकिन पुलिस को इस बात से बेहद हैरानी हुई कि देर शाम बैंक में पांच लुटेरे आए और आसपास किसी को भी कोई भनक नहीं लगी। साथ ही चौकीदार ने कहा था कि वे कैश को बैग में भरकर ले गए तो नालियों में पैसे कैसे गिरे। पुलिस को बैंककर्मियों पर शक हुआ। देर रात उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। तीनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया। दामोह पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि करीब 42 लाख रुपए बरामद कर ली गई है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।