फर्जी कंपनी का HR बनकर बैंक मैनेजर से 15 लाख की ठगी, कतर से जुड़े आनलाइन ठग के तार
बिलासपुर| बिलासपुर पुलिस की सायबर सेल टीम ने अंतरराज्यीय गिरोह के 2 आरोपियों गिरफ़्तार करके में सफलता हासिल की है। जो कि फर्जी कम्पनी का एचआर बनकर ठगी का काम करते थे। आरोपियों ने बैंक मैनेजर से टेलीग्राम एप के माध्यम से 15 लाख रुपए की ठगी की गई थी।
मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, परिजात एक्सटेंशन निवासी बैंक मैनेजर को टेलीग्राम एप के माध्यम से क्वाईन स्वीच इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (फर्जी कंपनी) का एच.आर. बनकर एक महिला द्वारा प्रार्थी बैंक मैनेजर को पार्ट टाईम जाॅब करने का आफर दिया गया था।
जिसमें कुछ छोटे-छोटे टास्क पूरे करने पर प्रत्येक टास्क के 200 रुपए मिलना बताया गया था। बाद में गलत टास्क होना बताकर पीड़ित से पैसे जमा कराया। पहले कम राशि जमा कराया गया। फिर पैसे को वापस करने का झांसा देकर लगातर अधिक रकम जमा कराते गए। इस तरह प्रार्थी से 3 दिनों तक कुल 15,04,850 रुपए की ठगी कर धोखाधड़ी किया गया।
प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र करने सायबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर कर अवलोकन किया गया। संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन व ए.टी.एम. विड्राल आदि की समीक्षा उपरांत बैंक पंजीकृत मोबाईल नम्बर, काॅलिंग आई.एम.ई.आई. नम्बर काॅलिंग नम्बर आदि की समीक्षा की गई। आरोपी राजस्थान के गुडपालिया व लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई।
राजस्थान, दिल्ली की ओर गई टीम द्वारा 01 सप्ताह तक राजस्थान में रहकर आरोपियों का पता ठिकाना प्राप्त कर अजय सिंह व गजेन्द्र स्वामी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। जो आनलाईन ठगी का काम करना स्वीकार किया।
जांच के दौरान पता चला है कि, आनलाईन फ्राॅड का कार्य मनोज स्वामी जो विदेश ‘कतर’ में रहकर लेबर ठेकेदारी कार्य की आड़ में आनलाइन फ्राड का काम करता है। वहीं अब पुलिस मनोज स्वामी पर कार्रवाई में जुट गई है।