छत्तीसगढ़ में फिल्म “हम दो हमारे बारह” का विरोध, मुस्लिम समाज ने रोक लगाने सौंपा ज्ञापन
राजनांदगांव| 7 जून को “हम दो हमारे बारह” नामक फिल्म रिलीज होने वाली है। ऐसे में मुस्लिम समाज ने इस फिल्म रोक लगाने की मांग करते हुए कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे मुस्लिम समाज के लोगों ने फिल्म के माध्यम से मुस्लिम समाज के विरुद्ध नफरत फैलाने की साजिश का हवाला दिया है। फिल्म रिलीज होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
मुस्लिम समाज ने इस फिल्म के माध्यम से मुस्लिम समाज के खिलाफ साजिश करते हुए धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करने की बात कही है। फिल्म का विरोध करने आज राजनांदगांव शहर मुस्लिम समाज के लोग तपती दोपहरी में बडी़ संख्या में एकत्रित होकर कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए इस फिल्म को रिलीज होने पर रोक लगाने की मांग की है।
मुस्लिम समाज द्वारा अपने ज्ञापन में कहा गया है कि ‘हम दो हमारे बारह’ नाम से बनी फिल्म के ट्रेलर से यह बात सामने आई है कि मुस्लिम समाज को बदनाम करने के उद्देश्य से झूठी व बेबुनियाद बात को लेकर सत्य से परे फिल्म का निर्माण किया गया है। जिससे मुस्लिम समाज में गहरा रोष व्याप्त है ।
इसके अतिरिक्त पवित्र कुरान के बारे में आयातों का गलत मतलब निकाल कर मुस्लिम समाज के करोड़ों मानने वालों के दिल को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है। वहीं मुस्लिम महिलाओं के बारे में कुरान का हवाला देकर अमर्यादित टिप्पणी कर उन्हें अपमानित किया गया है ।
फिल्म के डायरेक्टर कमल चन्द्रा ने यह फिल्म लाकर समाज और देश की एकता एवं अखंडता के वातावरण को दूषित करने का प्रयास किया है। इस दौरान मुस्लिम समाज के अध्यक्ष रईस अहमद शकील ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से समाज में अशांति व हिंसा फैलाने की साजिश रची गई है ताकि मुस्लिम समाज में आक्रोश एवं तनावग्रस्त और विवाद की स्थिति निर्मित हो।
उन्होंने कहा कि हम सरकार, प्रशासन और सेंसर बोर्ड से अपील करते हैं कि इस फिल्म को रिलीज होने से रोके वर्ना कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होगी जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी । इस मामले को लेकर कलेक्टर के माध्यम से मुस्लिम समाज द्वारा प्रधानमंत्री, सर्वोच्च न्यायालय, फिल्म सेंसर बोर्ड अध्यक्ष, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को ज्ञापन की प्रतिलिपि के माध्यम से अवगत कराया गया है। वहीं इसके बावजूद यह फिल्म रिलीज की जाती है तो सिनेमा घरों के सामने विरोध स्वरूप आंदोलन किये जाने की चेतावनी दी है।