रायपुर में स्टील कारोबारी से 10 करोड़ की ठगी: बड़ी चालाकी से कारोबारी को झांसे में लेकर लगाया चूना, तीन पर धोखाधड़ी का केस दर्ज

रायपुर। राजधानी के स्टील कारोबारी अनूप अग्रवाल से उधार में 10.17 करोड़ रुपये का फिनिश्ड गुड्स लेकर भुगतान नहीं करने वाले पांच कारोबारियों के खिलाफ तेलीबांधा थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपितों में स्थानीय दंपती समेत हिसार (हरियाणा) के रहने वाले तीन कारोबारी शामिल हैं।

तेलीबांधा पुलिस थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल ने बताया कि मौलश्री विहार निवासी अनूप अग्रवाल(42) सर्वमंगला इंफ्राबिल्ड प्रा.लि. के डायरेक्टर हैं। कंपनी का काम स्टील सामग्री की खरीद-बिक्री का है। पिछले साल कुशल डुडेजा नामक व्यक्ति उनसे कार्यालय में मिलने आया। उसने कहा कि आपकी कंपनी से स्टील सामग्री की आपूर्ति करवाकर कम समय में अधिक मुनाफा कमाने का बहुत अच्छा प्रस्ताव है। मेरी मध्यस्थता के लिए मुझे लाभांश देना होगा। जिस पर अनूप ने कुशल को बैठक करने को कहा। इसके बाद कुशल डुडेजा और स्टील कारोबारी राजेश शर्मा, राकेश शर्मा, प्रिंस शर्मा की अनूप के साथ बैठक हुई।

पार्टनरशिप का झांसा देकर की ठगी

आरोपित कारोबारियों ने अनूप के साथ बैठक में दावा किया था कि उनके परिवार की छत्तीसगढ़ और हरियाणा के हिसार में स्टील का कारोबार करने वाली कंपनियां और प्लांट हैं। इसलिए काफी बड़ी-बड़ी मात्रा में स्टील सामग्रियों का हमेशा आर्डर रहता है, यदि आपकी कंपनी हमारे बताए अनुसार स्टील सामग्री की आपूर्ति नियमित रूप से करती रही, तो कुछ ही समय में हम लोग आपकी कंपनी के साथ दशभर में कार्य करने के लिए पार्टनरशिप करेंगे। इस दौरान कुशल डुडेजा ने अनूप से फोन पर कुछ व्यक्तियों की बातचीत भी कराई। आरोपितों ने यह भी कहा कि स्टील सामग्री का बिल सत्या आयरन एंड स्टील प्रायवेट लिमिटेड, हथखोज(भिलाई) के नाम से बनेगा। इस कंपनी के डायरेक्टर राजेश शर्मा और उनकी पत्नी अंजू शर्मा हैं।

स्टील लेकर करने लगे टालमटोल

आरोपितों के झांसे में आकर अनूप ने 14 जनवरी 2023 से स्टील (फिनिश्ड गुड्स) की आपूर्ति करना शुरू कर दिया। शुरू में आरोपित कारोबारियों ने विश्वास जमाने के लिए उधार में लिए गए स्टील सामग्री का भुगतान भी किया। जब बकाया 10.17 करोड़ रुपये हो गया तब आरोपितों ने अचानक से भुगतान करना बंद कर दिया। राजेश व कुशल से बकाया रकम मांगने पर टालमटोल करने लगे। इसके बाद अनूप ने स्टील सामाग्री की आपूर्ति बंद कर दी। इस बीच आरोपितों ने आश्वासन दिया कि यदि बकाया रकम का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो फिनिश्ड गुड्स उपलब्ध करवा देंगे।

कई कारोबारियों को लगाया करोड़ों का चूना

अनूप के मुताबिक फरवरी-2024 के बाद फिर से आरोपित पैसे का भुगतान करने में टालमटोल करने लगे। तब उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत करने की बात कही। जिस पर आरोपितों ने 15 मई 2024 तक बकाया चुकाने की बात कही, लेकिन इस अवधि के बीत जाने के बाद भी पैसे नहीं दिए। शंका होने पर अनूप ने हथखोज स्थित सत्या आयरन एंड स्टील प्रा.लि. कार्यालय और प्लांट जाकर पता किया तो दोनों बंद मिले। वहां मौजूद कई कारोबारियों ने आरोपितों द्वारा लाभ दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की स्टील सामाग्री उधार में लेकर फैक्ट्री व प्लांट बंद कर फरार होने की जानकारी दी। राजेश शर्मा के वालफोर्ट हाइट्स, भाठागांव स्थित मकान भी बंद मिला।

आरोपितों की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस का कहना है कि राजेश शर्मा के पारिवारिक सदस्यों का हिसार (हरियाणा) में कंपनी और प्लांट बन रहा है। जहां कारोबारियों से उधार में लिए गए स्टील खपाने की संभावना है। पुलिस ने मामले में राजेश शर्मा, उसकी पत्नी अंजू शर्मा समेत उनकी कंपनी के व्यवसाय में सहयोग करने वाले हिसार निवासी राकेश शर्मा, प्रिंस शर्मा और कुशल डुडेजा के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।