वैशाली नगर में युवक की हत्या, ग्रिंडर एप से दोस्ती और अनैतिक संबंध, जानिए हत्या की पूरी वजह
हत्या की यह वारदात 17 व 18 जून के दरमियानी रात की है। मृतक युवक का नाम वेदांत शर्मा है जो अपने परिवार के साथ एमआईजी 34 वैशाली नगर में रहता था। 18 जून की सुबह 9 बजे तक वेदांत नहीं उठा तो कामवाली बाई ने उसकी मां को आवाज लगाई। कमरे के पास पहुंची मां ने दरवाजा खोलकर देखा तो वेदांत की नग्न लाश पलंग के नीचे पड़ी थी। उसके मुंह से खुन निकल रहा था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा के बाद शव का पीएम कराया। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस ने इस प्रकरण में धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार परिवार वालों ने बताया कि मृतक वेदांत अपने दोस्त को लेकर घर पहुंचा था। वेदांत 17 जून की रात लगभग 10.00 बजे अपने मां की कार क्रमांक CG 07 CD 8577 से अकेला घर से निकला था। आधीरात लगभग 12.30 बजे अपने दोस्त के साथ लौटा। कार गेट पर खड़ी कर वेदांत अपने दोस्त के साथ कमरे में चला गया। सुबह 7 वेदान्त का दोस्त वेदान्त के कमरे से बाहर निकलकर नमस्ते कहते हुए चला गया। इसके बाद सुबह 9 बजे के बाद वेदान्त की लाश पलंग के नीचे नग्न अवस्था में मिली। पुलिस को अब उस दोस्त की तलाश थी जो उसके साथ उस रात कमरे में था।
विवेचना के दौरान पुलिस को सीसी टीवी फुटेज में युवक की तस्वीर मिली। फुटेज के आधार पर युवक की तलाश शुरू की गई। परिवार वालों से पूछने पर बताया गया कि इससे पहले इस युवक को कभी भी वेदांत के साथ नहीं देखा था इसलिए उन्हें भी उसका नाम नहीं मालूम। अब पुलिस के सामने युवक को तलाश करना चुनौती बन गई थी। इस बीच मोबाइल की जांच में पता चला कि वेदांत की दोस्ती ग्रिंडर ऐप के जरिए अनमोल राणा नाम के युवक के साथ हुई थी। साइबर सेल की मदद से अनमोल राणा को पुलगांव थाना क्षेत्र अंजोरा स्थित विद्यागिरी हॉस्टल से हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने वेदांत शर्मा की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
आरोपी अनमोल राणा मूल रूप से हरियाणा करना का रहने वाला है। अंजोरा में हॉस्टल में रहता है और वेटनरी कॉलेज में पढ़ाई करता है। अनमोल की वेदांत से पहचान ग्रिंडर ऐप के जरिए हुई थी। ग्रिंडर ऐप एलजीबीटीक्यू समुदाय की सेवा करने वाला मुफ्त डेटिंग ऐप है। इसके जरिए समलैंगिक एक दूसरे से चैटिंग भी करते हैं। अनमोल से पहचान होने के बाद वेदांत 17 जून को उससे मिला और आधी रात को अपने घर पर ले आया। घर पर आने के बाद वेदांत अनमोल को लेकर अपने कमरे में गया। यहां दोनों ने साथ में बैठकर शराब पी। इसके बाद आरोपी अनमोल ने वेदांत के साथ आप्रकृतिक संबंध बनाया। जब दूसरी उसने ऐसा करना चाहा तो वेदांत ने मना कर दिया। इसी बात पर दोनों के बीच विवाद हुआ और आक्रोश में आकर अनमोल ने वेदांत की गला घोंटकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी अनमोल राणा रातभर वह शव के साथ बैठा रहा। सुबह होते ही वह घर से निकल गया। घर से जाते समय उसने वेदांत के पिता को नमस्ते भी कहा था। हत्या के इस प्रकरण को सुलझाने में वैशाल नगर थाना प्रभारी निरीक्षक ममता अली शर्मा, एसआई घनश्याम सिंह नेताम, आरक्षक नितेश पाण्डेय, आवेश सिद्धिकी, गगनदीप गिरी, विरेन्द्र यादव, सुरेश यादव, भूपेन्द्र बघेल एवं एसीसीयु टीम के निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय, एएसआई पूर्ण बहादुर, आरक्षक शहवाज खान, अनुप शर्मा, उपेन्द्र यादव की सराहनीय भमिका रही।