दंतेवाड़ा। ट्रेनी आईएएस और जिला के एसडीएम जयंत नाहटा और भैरमबंद हल्का के पटवारी किशोर दीवान के बीच एक दिन पहले हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पटवारी ने एसडीएम पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाना में आवेदन दिया था। इस बीच एसडीएम की शिकायत पर पुलिस ने पटवारी दीवान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए देर रात में गिरफ्तार कर लिया। दीवान पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में गैर जमानती धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। दीवान को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस बीच मामले में पटवारी संघ की इंट्री हो गई है। संघ ने पटवारी के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी का विरोध किया है। संघ ने इसे एक तरफा कार्यवाही बताते हुए विरोध किया है। संघ के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी आज दंतेवाड़ा पहुंच रहे है। ऐसे में यह मामला तूल पकड़ सकता है।
पुलिस में की गई लिखित शिकायत में पटवारी ने एसडीएम पर मारने की कोशिश करने और अपने गनमैन से पिटवाने का आरोप लगाया है। दीवान ने अपने आवेदन में लिखा है कि उसका बार-बार ट्रांसफर किया जा रहा है। इसकी को लेकर वह एसडीएम से मिलने उनके कार्यालय गया था। 6 महीने पहले दीवान को भैरमबंद से कटेकल्याण ट्रांसफर किया गया था। पटवारी का आरोप है कि लगातार मेरा 6-6 महीने में दंतेवाड़ा से भैरमबंद और फिर कटेकल्याण ट्रांफसर किया गया। दीवान का आरोप है कि पहले एसडीएम ही मारने के लिए खड़े हुए लेकिन वह पीछे हट गया, इस वजह से मार नहीं पाए, लेकिन फिर उन्होंने अपने गनमैन और गार्ड को बुला कर मुझे कार्यालय से बाहर निकालने के लिए कहा। इस दौरान गनमैन ने मारपीट की।
मीडिया से चर्चा करते हुए एसडीएम नाहटा ने मारपीट के आरोपों से इन्कार किया है। उन्होंने बताया कि पटवारी के खिलाफ ग्रामीणों ने पैसे लेने की शिकातय की है। ऐसी करीब 40 शिकायतें हैं। इन शिकायतों की जांच के बाद दीवान का ट्रांसफर किया गया था। पूरे मामले की विभागीय जांच चल रही है। नाहटा ने बताया कि पटवारी मिलने आया था, लेकिन मेरे चैम्बर आते ही वह आवेशित होकर बात करने लाग, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी और चौकीदार उन्हें पकड़कर चैम्बर से बाहर ले गए।