न्यूजरूम| पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान विनेश फोगाट के गांव पहुंचे थे| वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल से चूक गई हैं| उन्होंने मंगलवार को गोल्ड राउंड के लिए क्वालिफाई किया था| वह 50 किलोग्राम सेट में खेल रही थीं| उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा आया और इसलिए वह खेल से डिस्क्वालिफाई हो गईं| सीएम भगवंत मान ने कहा कि इसका मजबूती से विरोध करना चाहिए था|
भगवंत मान ने कहा कि विज्ञापन में कहते हैं कि मोदी जी ने वॉर रुकवा दी, तो उन्होंने इसे क्यों नहीं रुकवाया, जहां हमारी बेटी के साथ बेइंसाफी हो गई| क्या रात-रात को उठकर विनेश अपना वजन खुद करेगी, या ये काम तो कोच का है| सुबह मैच से पहले क्या करना है, क्या खाना है, रात को क्या खाकर सोना है, ये सब तो उसके फिजियोथेरेपिस्ट का काम है| भारतीय कुश्ती संघ को इसका विरोध करना चाहिए था|
भगवंत मान ने कहा कि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की चीफ वहां बैठी हैं, उन्होंने क्या किया, कुछ अर्जी तो दे देते| थोड़ा परिवार को मरहम लग जाती| बस बता दिया कि हम डिस्क्वालिफाई हो चुके हैं जी| सीएम मान ने कहा कि उनके कोच को जरूर दुख हुआ होगा कि उनकी स्टूडेंट गोल्ड मेडल से चूक गई| गोल्ड मेडल घर पर आता-आता रह गया|
एक सवाल के जवाब में कि क्या भारत को इसका विरोध करना चाहिए था, भगवंत मान ने कहा कि बिल्कुल इसका मजबूती से विरोध करना चाहिए था| अब क्या करेंगे| विरोध तो पहले करना चाहिए था| उन्होंने कहा कि विज्ञापन में बोलते हैं कि मोदी जी ने यूक्रेन के युद्ध रुकवा दिया| इसे क्यों नहीं रुकवाया, जहां हमारी लड़की के साथ बेइंसाफी हुई|
भगवंत मान ने जिम्मेदारी तय करने को लेकर कहा कि कुश्ती संघ में किसकी जिम्मेदारी थी पहले| हमारी लड़कियां क्यों अपने मेडल को गंगा में बहाने चली गई थी| किसी की जिम्मेदारी तय की किसी ने? ये छोटे से गांव से उठकर लड़की ओलंपिक खेल रही है| क्या समझते हैं ये हमको| हमारे बच्चे मेडल ले रहे हैं| ये चाहते नहीं हैं क्या कि हमारे बच्चे इनमें कामयाब हो जाएं| उन्होंने किसी भी साजिश से इनकार किया है| साजिश के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगा|