क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर घर की छानबीन के नाम पर ले उड़े 1 करोड़ 30 लाख
बिलासपुर| अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले सिर्फ मारपीट या गुंडे के तौर पर नहीं बल्कि कई बार ऑफिस बनकर भी पहुंच जाते हैं। इस तरह की कई फिल्में भी आयी है। ऐसा ही एक मामला सिरगिट्टी क्षेत्र में सामने आया है। जहां पर पुजारी के घर पर 6 लोग क्राइम ब्रांच का बताकर घर में घुसे और छान-बिन के नाम पर 1 करोड़ 30 लाख रुपये ले कर फरार हो गए। इस मामले की शिकायत पुजारी ने पुलिस में की है।
बता दें, मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है। जहां पर रहने वाले कृष्ण कुमार मिश्रा काली मंदिर में पुजारी है। मंदिर के अलावा वह बुलावे पर लोगों के घरों में जाकर पूजा-पाठ भी करते है। सकरी गांव में रहने वाले उनके मित्र विद्या प्रकाश पांडेय ने चार-पांच माह पहले उनके घर एक पेटी जरूरी दस्तावेज और कुछ रकम रखने के लिए दिया था। पेटी में कितनी रकम रखी है यह कृष्ण कुमार मिश्रा ने नहीं पूछा था।
पेटी में ताला लगा होने की वजह से उन्होंने इसे खोला भी नहीं था। इसकी चाबी उनके मित्र विद्या प्रकाश पांडेय के पास थी। 11 अगस्त से कृष्ण कुमार मिश्रा पूजा-पाठ के संबंध में मोहला-मानपुर जिले के मुंदेला गांव गए हुए थे। उनकी अनुपस्थिति में बुधवार की दोपहर दो महिला और चार पुरुष उनके घर पहुंचे। उन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और पुजारी कृष्ण कुमार मिश्रा की पत्नी, भाभी और परिजनों को घर में ही बंधक बना लिया। घर के सभी सदस्यों को जांच का हवाला देकर जांच होने तक किसी को भी बाहर नहीं जाने की हिदायत दी।
साथ ही किसी से संपर्क नहीं रखने की चेतावनी भी दी। इस दौरान पुजारी के मित्र विद्या शंकर पांडेय द्वारा दी गई पेटी की भी जांच की। इसकी चाबी मांगी पर घर वालों के पास चाबी नहीं होने पर उन्होंने पेटी का ताला तोड़ा। पेटी में बड़ी मात्रा में रकम थी। जिसे जांच के बहाने चारों पुरुष व महिला अपने साथ ले गए। झांसा देने के लिए घर वालों को यह भी कहा कि रकम कहां से आयी है और किसकी है यह पूछताछ के लिए जब भी हम बुलाएंगे तब क्राइम ब्रांच में दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर जानकारी देना होगा।
फिर फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी स्कॉर्पियों में वहां से वापस चले गए। परिजनों ने फोन पर कृष्ण कुमार मिश्रा को क्राइम ब्रांच अधिकारियों के घर में घुसने की जानकारी दी। जब राजकुमार मिश्रा देर रात बिलासपुर पहुंचे और सिरगिट्टी थाना में जाकर जानकारी ली। पर ऐसी किसी टीम के द्वारा जांच नहीं करने की जानकारी मिलने पर उन्होंने घटना की शिकायत थाने में की।
शिकायत मिलने पर रात को पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी देर रात सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए पहुंचे। पुलिस को इस दौरान घर के पास के सीसीटीवी फुटेज में स्कॉर्पियो सवार बदमाश गुजरते हुए नजर आए। बताया जा रहा है कि विद्या प्रकाश पांडेय ने जमीन बेची थी। जिसके चलते उन्हें मोटी रकम मिली थी। जिसे उन्होंने पेटी में बंद कर कुछ दस्तावेजों के साथ अपने मित्र कृष्ण कुमार के घर रखवाया था।
हालांकि उन्होंने पेटी में कितनी रकम है इसकी जानकारी अपने मित्र कृष्ण कुमार को भी नहीं दी थी। पुलिस मामले में अपराध दर्ज कर ली है। पुलिस अफसरों का कहना है कि पेटी में कितनी रकम थी यह बताना अभी संभव नहीं होगा क्योंकि कृष्ण कुमार को भी इसकी जानकारी नहीं थी लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि डेढ़ करोड़ के आसपास की रकम पेटी में थी।