छात्राओं को फटकार लगाने के मामले ने पकड़ा तूल, युवा कांग्रेस ने की DEO को बर्खास्त करने की मांग
राजनांदगांव| राजनांदगांव जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षक की मांग करने पहुंची छात्राओं को फटकारे जाने के मामला गरमा गया है। आज युवा कांग्रेस ने डीईओ के खिलाफ प्रदर्शन किया और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर डीईओ को पद से हटाने की मांग की है।
छात्राओं को फटकार लगाने के मामले में डीईओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्राएं शिक्षक की मांग करने आई थी तो डीईओ ने उन्हें धमकाया है। डीईओ को पद से बर्खास्त करना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो युवा कांग्रेस द्वारा आंदोलन किया जाएगा।
छात्राओं को फटकार के मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने कहा कि कलेक्टर जनदर्शन में आलीवारा के बच्चे शिक्षक की मांग को लेकर आए थे। उन्होंने अपने ज्ञापन में धरना प्रदर्शन और स्कूल में तालाबंदी की बात कही थी, मैंने उन्हें समझाया था कि एक सप्ताह में शिक्षक की वैकल्पिक व्यवस्था कर जाएगी और आज हमने शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है।
डीईओ ने कहा कि उन्होंने आलीवारा जाकर बच्चों और पालकों से बात की है, जिस पर बच्चों और पालकों ने कहा है कि हमारे समझने में फर्क हो गया था। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अगर उन्हे ऐसा लगा है तो मैंने भी खेद व्यक्त किया है।
दरअसल, ये छात्राएं स्कूल में शिक्षक की कमी दूर करने की मांग लेकर जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची थी। जहां जिला शिक्षा अधिकारी ने इन बच्चियों को आश्वासन देने की बजाए जमकर फटकार लगा दी। इससे दु:खीं बच्चियां मीडिया से अपना दर्द बताते हुए रोने लगीं।
बच्चियों ने बताया कि उनके स्कूल में 11वीं और 12वीं पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। इस पर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बच्चियों को जल्द शिक्षकों की व्यवस्था करने का आश्वासन देते हुए डीईओ के पास भेज दिया। जहां बच्चियों का आवेदन देखते ही डीईओ साहब भड़क उठे।
छात्राओं ने बताया कि उनके स्कूल में दो वर्ष पहले हायर सेकेंडरी में उन्नयन करके 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की गई। लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई। बच्चियों का कहना है कि जैसे-तैसे 11वीं तो पास हो गए, लेकिन अब 12वीं बोर्ड है बिना शिक्षक के कैसे पढ़ाई होगी। इसी वजह से हम लोग कलेक्टर सर से मिलने आए थे।