फिर मचेगा ‘त्राहिमाम’ लाखों लोगों को एक झटके में निगला, अब 1 वीक में 1555 मौत

नई दिल्ली| जिस बला ने सालों तक तबाही मचाई थी, वह फिर से दस्तक दे चुकी है| जिस बला ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी थी, जिसने एक झटके में लाखों लोगों को निगल लिया, वह फिर से मौत का तांडव मचाने को तैयार है| जी हां, कोरोना वायरस की एक बार फिर से जोरदार वापसी हुई है| अमेरिका में कोरोना ने ऐसी तबाही मचाई है कि देखते ही देखते लाशें बिछ गई हैं| फिर से लोग थरथर कांपने लगे हैं| कोरोना से एक बार फिर तीन-चार साल पहले वाला खौफ का माहौल बनता दिख रहा है| कोरोना रिटर्न का आलम यह है कि अमेरिका में महज एक सप्ताह में 1500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है| बीएनओ न्यूज ने इसका पूरा डेटा दिया है|

अमेरिका में कोरोना से हाहाकार मचा है| BNO न्यूज ने कुछ डेटा जुटाए हैं. उस डेटा की मानें तो महज एक सप्ताह में अमेरिका में 1555 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई है. दिलचस्प है कि मार्च के बाद यह पहली बार है, जब एक वीक में इतने लोगों की मौत हुई है| यह आंकड़ा 2 सितंबर से 8 सितंबर के बीच का है| इस दौरान अमेरिका में कम से कम 165,705 नए मामले सामने आए हैं| एक सप्ताह पहले यही मामले 177,573 थे| ये आंकड़े राज्य के स्वास्थ्य विभागों से एकत्र किए गए हैं| कुछ डेटा जहां जरूरी था, अस्पताल में भर्ती होने के आधार पर अनुमान के आधार पर है|

बीएनओ न्यूज का दावा है कि कोरोना से मौत का आंकड़ा इससे भी अधिक हो सकता है| रिपोर्ट में दावा किया गया कि कोरोना वायरस के वास्तविक मामलों की संख्या अधिक है क्योंकि कई अस्पताल और राज्य अब कोविड डेटा रिपोर्ट जारी नहीं कर रहे हैं| इतना ही नहीं, कोविड लैब भी कम हैं क्योंकि अधिकतर लोग और डॉक्टर घर पर ही टेस्ट कर रहे हैं, जो आधिकारिक आंकड़ों में शामिल नहीं हैं|

अमेरिकी सीडीसी की मानें तो अमेरिका में कोविड-19 की लहर अब भी हाई है| हालांकि, कई इलाकों में मामलों में गिरावट देखी गई है| लोग लगातार कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं| इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों की संख्या और कोरोना से जुड़े अस्पताल में भर्ती होने की दर ऊंची बनी हुई है| कोरोना से ज्यादातर 65+ वयस्क और 2 साल से कम उम्र के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं| कोरोना वायरस की तबाही दुनिया देख चुकी है| कैसे चीन के वुहान शहर से मौत का सिलसिला शुरू हुआ था और पूरी दुनिया इसकी चपेट में आई थी| भारत में भी कोरोना से स्थिति भयावह हो गई थी| देश को पहली बार लॉकडाउन का मुंह देखना पड़ा था| कोरोना अमेरिका में ऐसे वक्त में सिर उठा रहा है, जब पूरी दुनिया में मंकी पॉक्स का खतरा मंडरा रहा है|