5 हजार की रिश्वत लेते पकड़ाए अपर कलेक्टर, जमीन बंटवारे फैसले के लिए मांगी थी घूस, CM ने किया सस्पेंड
मऊगंज: मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में लोकायुक्त की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है| अपर कलेक्टर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है| अपर कलेक्टर ने पीड़ित से केस को लेकर 20 हजार रुपए की डिमांड की थी| इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक्शन लिया है| मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रिश्वत लेने के मामले में अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए हैं|
मुख्यमंत्री ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत रिश्वत लेने के मामले में अशोक कुमार ओहरी, अपर कलेक्टर, जिला मऊगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है| इस प्रकरण में लोकायुक्त द्वारा कार्यवाही की जा रही है| नागरिक हितों से खिलवाड़ करने वाले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा| पूर्व में भी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी जा चुकी है कि जमीन नामांतरण, बटवारा आदि मामलों के निराकरण में गंभीरता बरतें| मध्यप्रदेश सरकार अपने नागरिकों को बेहतर, त्वरित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है|
जानकारी के मुताबिक़, मामला मऊगंज जिले के अंर्तगत ग्राम खूझ तहसील नईगढ़ी है| नई गढ़ी निवासी शिकायतकर्ता रामनिवास तिवारी ने परिवार के बीच जमीन के बंटवारे के लिए आवेदन दिया था| यह विवाद 2022 से चल रहा था| बंटवारे की फाइल का काम अपर कलेक्टर राजस्व न्यायालय मऊगंज में चल रहा था| इस मामले में शिकायतकर्ता रामनिवास तिवारी जब अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी के पास पहुंचे थे|
तब अपर कलेक्टर ने रामनिवास तिवारी के पक्ष में फैसला सुनाने के लुए उनसे 20,000 रुपये की मांग की| अपर कलेक्टर की बात मानते हुए शिकायतकर्ता ने 10 हजार रुपए अपर कलेक्टर को दे दिए थे| उसके बाद अधिकारी लगातार बचे पैसे की डिमांड करने लगा| इससे परेशान होकर रामनिवास तिवारी ने रीवा लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की|
लोकायुक्त टीम ने अपर कलेक्टर पकड़ने के लिए जाल बिछाया| जिसके बाद गुरुवार को अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी 5 हजार लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया, ओहरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है| वहीँ अब उसे ससपेंड कर दिया गया है|