प्रदेश में पहली बार शिक्षक की नक्सलियों ने ली जान, जन अदालत में उतारा मौत के घाट

सुकमा। प्रदेश में पहली बार संभवतः नक्सलियों ने शिक्षक की हत्या कर दी। पुलिस मुखबिर होने के शक में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर शिक्षक की लाठी डंडों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। फिर रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी। मामला जगरगुंडा थाना क्षेत्र का है।

सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस मुठभेड़ में लगातार नक्सलियों के मारे जाने से बौखलाए नक्सलियों ने शिक्षक को पुलिस का मुखबिर मानकर मौत के घाट उतार दिया। शिक्षक की हत्या को कल शनिवार को अंजाम दिया गया है। मृत शिक्षक दूधी अर्जुन गोंदपल्ली में शिक्षादूत था।

कल शनिवार को जगरगुंडा थाना क्षेत्र के जंगल में शिक्षक अर्जुन को नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर पहले लाठी डंडों से खूब मारा। उसके अधमरा होने पर रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी। जन अदालत में नक्सलियों ने शिक्षक की हत्या करने से पहले उसे पुलिस का मुखबिर बताया। नक्सलियों ने गांव वालों को भी पुलिस की मुखबिरी करने पर यही अंजाम होने की धमकी दी।

शिक्षक दूधी अर्जुन को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर बताकर जन अदालत में मौत की सजा सुनाई थी। नक्सलियों की धमकी और भय के कारण मिटा के परिजनों द्वारा शव को आज लाया गया। पिछले दिनों भी 2 ग्रामीणों को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर बताकर मार दिया था। जिसके चलते इलाके में लगातार दहशत का माहौल है। पुलिस लगातार घटना में शामिल नक्सलियों की पत्तासाजी कर रही है।

 

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