छत्तीसगढ़ से छंटेगी लाल आतंक की धुंध, बस्तर के 93 गांव को सोलर सिस्टम से जगमगाने की तैयारी
रायपुर| छत्तीसगढ़ में बस्तर से लाल आतंक के धुंध को मिटाने सरकार ने बड़ा प्लान तैयार किया है| इसके तहत बस्तर के नक्सल प्रभावित 93 गांवों को शामिल किया गया है| मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार की नियद नेल्लानार योजना के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सोलर सिस्टम से सिंचाई, पेयजल और विद्युतीकरण की सेवाएं दी जाएगी| इसकी जिम्मेदारी क्रेडा विभाग को दी गई है| क्रेडा के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत पहले चरण में बस्तर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और नारायणपुर में लगे 21 कैंपों के 93 गांवों को शामिल किया गया है|
सर्वे के बाद इसका काम शुरू कर दिया गया है| इसके साथ ही नक्सल पीड़ित क्षेत्रों के आदिवासियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान देने के लिए अलग व्यवस्था की गई है, जिससे नक्सलवाद को खत्म करने के साथ ही बस्तर के सुदूर क्षेत्रों में भी विकास को पहुंचाया जा सके|
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि हर स्तर पर प्रदेश के लोगों तक विकास पहुंचे| इस दिशा में हम काम कर रहे है| नियद नेल्लानार योजना के तहत बस्तर क्षेत्रों में विकास को पहुंचाना है| सोलर सिस्टम से बिजली, सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है| योजना की लगातार समीक्षा भी कर रहे हैं| शासन ने इन क्षेत्रों के गांवों को चयनित किया है, जिसका काम शुरू कर दिया गया है|
क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा ने बताया कि बस्तर संभाग के 93 गांव को पहले चरण में शामिल किया गया है| इन गांवों में सोलर सिस्टम से बिजली पहुंचाई जाएगी| प्रदेश के अन्य गांवों में भी काम चल रहा है| किसानों को बड़े पैमाने पर सोलर सिस्टम के तहत सिंचाई की सुविधाएं मिल रही है| हम राज्य सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने तेजी से जुटे हैं|
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 2026 तक छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने का लक्ष्य तय किया है, तो वहीं बस्तर वासियों विकास की मुख्यधारा से जोड़ने संकल्प लिया है| ऐसे में बस्तर क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की नियुक्ति के साथ और कैंप लगाए जा रहे हैं| केंद्रीय स्तर पर भी ऑपरेशन की लगातार मॉनिटरिंग भी हो रही है|