क्राइम पेट्रोल देखकर वारदात, चार भाइयों ने मिलकर अपने ही भाई को बेरहमी से मार डाला…कहानी सुनकर उड़ जाएंगे आपके होश

रायपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक खौफनाक वारदात सामने आई है। चार भाईयों ने मिलकर अपने ही भाई को दर्दनाम मौत दे डाली। आरोपियों ने मृतक का सिर धड़ से अलग कर उसकी हत्या कर दी, फिर शव को जंगल में फेंककर मौके से फरार हो गये।

घटना, थाना कुनकुरी के श्रीटोली क्षेत्र की है। 12 अगस्त की सुबह 10 बजे गणेश बारीक ने पुलिस को सूचना दी कि कुनकुरी-तपकरा जाने वाले मेन रोड टोली गांव के चुरहागड़ा जंगल में एक एक व्यक्ति का सिर धड़ से अलग हुआ शव पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक 35 वर्षीय का सिर व धड़ घने जंगल में अलग अलग पर पड़ा हुआ था। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी शशि मोहन सिंह ने तत्काल ASP अनिल सोनी एवं DSP विजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में मृतक की पहचान तथा आरोपी की पतासाजी हेतु टीम गठित की।

टीम ने मृत्तक के चेहरा एवं हांथ में बने टेटू एवं गोदना में “Abhi” लिखा होना पाया गया, जिसके आधार पर मौके पर अज्ञात मृतक की पहचान की जा रही थी। डॉग स्क्वाड एफएसएल अधिकारी, सायबर सेल के स्टाफ को तत्काल मौके पर भेजा गया। अज्ञात मृतक का फोटो जिले एवं ओडिशा, झारखंड राज्य के पुलिस अधिकारी व आमलोगों के ग्रुप में व्हाटसअप से भेजा गया। आस-पास के क्षेत्र एवं झारखंड ओडिशा बार्डर रोड में लगे सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला गया। अज्ञात मृतक का कोई पता नहीं चला। अज्ञात मृतक के शव को पंचनामा बाद पीएम कराया गया तथा घटना स्थल से भौतिक साक्ष्य एवं कटा सिर के पास पड़ा हुआ नायलोन रस्सी एवं एक लोहे का पट्टीदार चाकू, चप्पल जब्त किया गया।

शुरू में मृतक की पहचान करना पुलिस के लिये काफी चुनौती थी। फिर पुलिस की मेहनत रंग लाई और किसी भी तरह अज्ञात मृतक की पहचान की गई। मृतक का नाम अभिषेक लकड़ा निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कासांबेल के रूप में की गई। मृतक के पिता ख्रीस्तोफर लकडा निवासी बरजोर कांसाबेल एवं पत्नी अर्पिता तिर्की निवासी केरसई से पूछताछ कर जिला अस्पताल जशपुर के मरचुरी ले जाकर मृतक शव को दिखाने पर मृतक को अभिषेक लकड़ा का होना पहचान किये। पहचान बाद शव को परिजनों को सौंपा गया।

प्रकरण में विवेचना के दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली कि घटना के दो दिन पूर्व मृतक का उसके मौसेरे भाई से झगडा मारपीट हुआ था। उसके बाद से मृतक गायब हुआ तो लौटकर घर वापस नहीं आया। संदेह के आधार पर मृतक के मौसेरे भाई अभय एक्का, संदीप एक्का, पड़ोसी निर्दोष तिर्की निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कांसाबेल को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। सभी से घटना के बारे में बारीकी से पूछताछ की गई। पहले तो पुलिस को गुमराह करते रहे लगातार और मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ पर आरोपी अभय ने घटना करना स्वीकार किया।

आरोपियों ने बताया कि अभिषेक लकड़ा इसके मौसेरा भाई है जो अक्सर शराब पीकर नशे में घर में झगडा मारपीट करता रहता था। जमीन को भी गिरवी रख दिया था। 10 सितम्बर को शाम करीब 6-7 बजे अभिषेक लकड़ा शराब के नशे में गाली गलौज हल्ला करते घर आया और अभय, अभय के भाई व मां से गाली गलौच, लड़ाई झगड़ा करने लगा। तब मृतक को माना किया तो और भी उग्र होकर मारपीट करने लगा। गुस्से में अभय ने लकड़ी के फाड़ा से अभिषेक के हाथ पैर में मारा जिससे उसका दाहिना पैर टूट गया। अभिषेक को अस्पताल ले जाने से पुलिस केश होने के डर होने से ईलाज नहीं कराये। हमेशा के लिये अभिषेक को रास्ते से हटाने के लिये सभी ने प्लान बनाया। 11 सितम्बर को रात में अपने भाई संदीप एक्का, मृतक के भाई अनुप लकड़ा एवं पड़ोसी निर्दोष तिर्की के साथ मिलकर अभिषेक को खत्म करने की योजना बनाये।

आरोपियों ने अपने परिजनों को बताये कि अभिषेक को ईलाज के लिये वैद्य के पास ले जा रहे है। ऐसा बोलकर रात 2 बजे सभी मिलकर अभिषेक लकड़ा को उठाये और बोले की तुम्हारे पैर में ज्यादा दर्द है, चलो बंदरचुआ वाले वैद्य से ईलाज कराएंगे। घटना को अंजाम देने लिये अभय अपने पास घर से एक नायलीन की रस्सी एवं लोहे का पट्टीदार लकड़ी का बेठ लगा चाकू रख लिया था। अभिषेक को अभय के मारूती वेन क्रमांक MP 05 BA 1729 साथ में लेकर श्रीटोली के पास रोड किनारे घने जंगल के पास रोके। मारुती के वेन का गेट खोलकर सभी नीचे उतरे। फिर अभय एक्का ने पीछे से अभिषेक के गले में नायलोन रस्सी फंसाकर दबाकर गाड़ी के बाहर निकाला। घसीटते हुए 10-12 मीटर रोड से नीचे जंगल में ले जाकर नायलोन रस्सी से उसका गला घोट दिया अभिषेक शांत हो गया तब अपने पास रखे चाकू से जमीन में बैठ कर अभिषेक का गला धीरे धीरे काट दिया। उसके बाद दोनों हाथ को सटा कर उसी नायलोन रस्सी से बांध कर पकड़ कर धड़ वाले भाग को घसीट कर जंगल के अंदर तक ले गया। साथ में सिर को कुछ दूर फ़ेंक दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मारुती वेन से घर चले गये। घरवालों को बताये कि अभिषेक वैद्य के पास से अपने पापा के पास उदयपुर चला गया है।

आरोपी अभय एक्का ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि ऐसे खौफनाक घटना को अंजाम देकर बच जाने की तरकीब उसने काईम पेट्रोल देखकर सीखा था। पुलिस ने प्रकरण में लकडी फाड़ा, खून लगा कपडा, मारूती ओमनी वाहन को जब्त कर लिया है। आरोपी संदीप एकका से मृतक का मोबाइल एवं उसका मोबाईल जब्त किया गया।

प्रकरण में आरोपी अभय एक्का उम्र 30 वर्ष, 2. संदीप एक्का उम्र 41 वर्ष 3. निर्दोष तिर्की उम्र 35 वर्ष 4 अनुप लकड़ा उम्र 30 वर्ष सभी निवासी बरजोर डूमरटोली थाना कासांबेल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

मामले का पर्दाफाश करने में पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में एवं अति. पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी, उप.पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत, उप पुलिस अधीक्षक भावेश समरथ के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक गौरव पाण्डेय थाना कासांबेल, थाना प्रभारी कुनकुरी उप. निरी. सुनील सिंह, उप. निरी. सतोष तिवारी, सउनि ईश्वर प्रसाद वारले सायबर टीम उप. निरी. नसरूद्‌दीन अंसारी एवं उनकी टीम एवं प्रधान आरक्षक मोहन बंजारे थाना दुलदुला, आरक्षक गणेश यादव, नंदलाल यादव, जितेन्द्र गुप्ता, चन्द्रशेखर बंजारे एवं अन्य अधिकारी / कर्मचारियों की सराहनीय भूमिका रही।

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