पसंद नहीं आया कॉलेज का कोर्स, बढ़वानी थी परीक्षा की तारीखें, तो लखनऊ के 4 लड़कों ने हाईजैक किया प्‍लेन, और फिर

Indian Airlines Plane Hijack: कॉलेज के कुछ बच्‍चों को अपना कोर्स पसंद नहीं आया और उन्‍हें अपनी परीक्षा की तारीख बढ़वानी थी, तो उन्‍होंने इंडियन एयरलाइंस का एक प्‍लेन को हाईजैक कर लिया| आपको यह बात थोड़ा अटपटी जरूर लगे, पर अक्षरश: पूरी तरह सही है| आज से करीब तीन दशक पहले लखनऊ के गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज में पढ़ने वाले चार बच्‍चों ने लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले प्‍लेन को हाईजैक कर लिया| लंबे नाटकीय घटनाक्रम के बाद इस प्‍लेन को लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंड किया गया और इन चारों हाईजैकर्स को गिरफ्तार कर लिया गया|

दरअसल, यह मामला 10 अप्रैल 1993 का है| इंडियन एयरलाइंस का बोइंग 737 प्‍लेन ने लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी| इस प्‍लेन में 7 क्रू-मेंबर्स के साथ करीब 52 पैसेंजर्स सवार थे| उड़ान भरने के कुछ देर बाद प्‍लेन में सवार चार नौजवान अपनी सीट से उठे और किसी केमिकल से भरी हुई बोतलों को लहराते हुए चिल्‍लाना शुरू कर दिया… प्‍लेन हाईजैक… प्‍लेन हाईजैक| इन चारों हाईजैकर्स धमकी दी कि उनकी बात नहीं मानी गई तो वह बोतल में भरे केमिकल में ब्‍लास्‍ट कर प्‍लेन को हवा में ही उड़ा देंगे| इन चारों हाईजैकर्स की बात सुन फ्लाइट के कप्‍तान और केबिन-क्रू सकते में आ गए|

इन चारों नौजवानों ने करीब दस मिनट तक अपने डिमांड से जुड़ी लिस्‍ट पढ़ी और फिर प्‍लेन को वापस लखनऊ ले चलने की जिद करने लगे| इन चारों हाईजैकर्स की डिमांड सुन न केवल प्‍लेन के क्रू और पैसेंजर्स हैरान थे, बल्कि एयरपोर्ट प्रशासन के लिए इस तरह की मांग हैरान करने वाली थी| दरअसल, इन चारों हाईजैकर्स की पहली डिमांड थी कि गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज की परीक्षाओं को रद्द किया जाए| इसको लेकर उनका तर्क था कि दिसंबर 1992 में हुए दंगों की वजह से उनका कॉलेज लंबे समय तक बंद रहा, लिहाजा उनकी परीक्षाओं को रद्द कर उनकी तारीखों को आगे बढ़ाया जाए| इन हाईजैकर्स की डिमांड में एक प्रोफेसर को दिया गया अवार्ड वापस लिए जाने की मांग भी शामिल थी|

इसके अलावा, ये चारों हाईजैकर्स कॉलेज में मास्‍टर कोर्स शुरू करने और इस कोर्स के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि आवंटित करने की मांग भी कर रहे थे| इन चारों हाईजैकर्स की जिद थी कि वह सीधे उत्‍तर प्रदेश के तत्‍कालीन राज्‍यपाल सत्यनारायण रेड्डी से बातचीत करेंगे| इन हाईजैकर्स और एयरपोर्ट अथॉरिटीज के बीच करीब तीन घंटे तक समझौते को लेकर बातचीत चलती रही| आखिर में, हाईजैकर्स को बताया गया कि उनकी मांगों पर बातचीत के लिए राज्‍यपाल सत्‍यनारायण रेड्डी एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं| यह सुनने के बाद इन चारों हाईजैकर्स ने प्‍लेन को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत दे दी|

वहीं, लखनऊ एयरपोर्ट पर प्‍लेन लैंड होने के बाद एक नया घटनाक्रम हुआ| प्‍लेन की सकुशल लैंडिंग के बाद दो यात्री इन हाईजैकर्स से भिड़ गए| इन दोनों ने हाईजैकर्स के हाथ में मौजूद दोनों बोतलों को छीन लिया| इस घटनाक्रम के बाद अन्‍य पैसेंजर भी बढ़कर आगे आ गए| पैसेंजर्स ने पहले हाईजैकर्स की जमकर पिटाई की और फिर उन्‍हें एयरपोर्ट सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर लिया गया| पूछताछ के बाद पता चला कि चारों हाईजैकर्स लखनऊ के गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज के छात्र थे| इस घटनाक्रम को जानने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उन दिनों प्‍लेन को हाईजैक करना किसी भी शख्‍स के लिए बाएं हाथ का खेल बन चुका था|

 

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