पापा कल दे देंगे पैसे, कहता रहा मासूम, मात्र 6 हजार रुपए के लिए हैवान बना स्कूल

मुजफ्फरपुर| मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है| तीसरी कक्षा के एक छात्र का आरोप है कि दो महीने की फीस बकाया होने पर उसे स्कूल में मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा| छात्र के अनुसार, उसे गंदे और अंधेरे कमरे में बैठा दिया गया और धमकी दी गई कि अगर उसने अपने घरवालों को नहीं बुलाया, तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा|

छात्र ने बताया कि उसकी दो महीने की फीस बकाया थी, जिसके चलते स्कूल में उसे बार-बार क्लास से बाहर कर दिया गया| उसने कहा कि उसे गंदे और बंद कमरे में बैठने को मजबूर किया गया और पूरे दिन गर्मी में परेशान होना पड़ा| इतना ही नहीं, उसे उसी कमरे में बैठकर लंच करने को भी कहा गया| छात्र ने यह भी बताया कि उसे धमकी दी गई कि अगर उसने अपने घरवालों को नहीं बुलाया, तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा|

छात्र के पिता, आशुतोष ठाकुर ने बताया कि स्कूल की फीस थोड़ी बकाया हो गई थी, लेकिन उन्होंने फोन आने के बाद 6,000 रुपये की बकाया राशि जमा कर दी थी| उन्होंने कहा कि बच्चे ने कई बार घर पर आकर बताया कि उसे क्लास से अलग बैठाया जा रहा है| पिता ने बच्चे को सांत्वना देते हुए कहा कि सब ठीक हो जाएगा और फीस भर दी जाएगी| लेकिन जब एक दिन स्कूल से कॉल आई, तब उन्होंने अगले दिन फीस भरने की बात कही| उसी दिन उनके बेटे को क्लास से बाहर अंधेरे कमरे में बैठा दिया गया| बच्चा घर आकर रोते हुए बताने लगा कि उसे गंदे कमरे में रखा गया था और लंच भी वहीं करने को कहा गया|

बच्चे की स्थिति देखकर और लगातार हो रही प्रताड़ना से परेशान होकर आशुतोष ठाकुर ने वकील से बात की और स्कूल को एक लीगल नोटिस भेजा| उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार से छोटे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है| उन्होंने सवाल उठाया कि यदि फीस का मुद्दा था, तो स्कूल को सीधे अभिभावकों से बात करनी चाहिए थी, न कि बच्चे को इस तरह से प्रताड़ित करना चाहिए था|