10 हजार की एक चादर: डेढ़ करोड़ में 1500 चादरों की खरीदी, पढ़ें सिम्स में बड़े भ्रष्टाचार की कहानी..
रायपुर। बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। अस्पताल में समान और उपकरणों की खरीदी से लेकर आयुष्मान योजना बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की आशंका व्यक्त की जा रही है। खरीदी में अनियमितता और भ्रष्टाचार की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर अस्ताल के डीन डॉ. के.के. सहारे और मेडिकल ऑफिसर डॉ. एस.के.नायक को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सिम्स में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में डेढ़ करोड़ रुपये की चादर खरीदी गई है। उन्होंने बताया कि डेढ़ करोड़ रुपये में महज 1500 चादर खरीदी गई है। यानी एक चादर के लिए 10 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। इसी तरह आयुष्मान योजना में भी बड़े स्तर पर गड़बड़ी पाई गई है। इसी वजह से पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जांच स्वास्थ्य विभाग ही करेगा।
बताया जा रहा है कि सोमवार को स्वशासी समित की बैठक थी। इसमें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर और जनप्रतिनिधि मौजूद थे, लेकिन अस्पताल के डीन बैठक में नहीं आए। उनके स्थान पर अधीक्षक डॉ. नायक आए, लेकिन उनके पास भी पूरी जानकारी नहीं थी। मंत्री ने अस्पताल में बीते 3 वर्षों में की गई खरीदी की जानकारी मांगी, लेकिन उसकी भी पूरी जानकारी डॉ. नायक नहीं दे पाए। इस पर मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा। डीन डॉ. सहारे की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी रही।