दुर्ग पुलिस की पकड़ में आए अंतर्राज्यीय डकैत, पति-पत्नी को बंधक बनाकर की थी 20 लाख की लूट

  • 20 लाख के जेवरात सहित 26 हजार रुपए नगदी ले उड़े थे डकैत, माल खफाने वाला एजेंट भी गिरफ्तार

दुर्ग। दुर्ग जिले के अंजोरा चौकी क्षेत्र में लगभग चार माह पूर्व हुई डकैती के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने डकैती करने वाले आरोपी व माल खपाने वाले एजेंट को गिरफ्तार किया है। वारदात के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग अलग टीमें बनाई और अलग अलग राज्यों में दबिश दी।  घटना के मुख्य आरोपी सहित दो आरोपियों को धार मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। शेष फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। आरोपियों से पुलिस ने लाखों रुपए के जेवरात आदि बरामद किया है।

बता दें डकैती यह घटना 7 व 8 जून 2024 की दरमियानी रात की है। गनियारी रोड रसमड़ा स्थित दिलीप टिंबर के मालिक दिलीप मिश्रा के आवास पर आधीरात को पांच नकाबपोशों द्वारा घर का दरवाजा तोड़कर प्रार्थी व उसकी पत्नी को जान से मारने की धमकी देते हुए बंधक बनाया। इसके बाद आलमारी तोड़कर उसमें रखा करीब 35 तोला सोने के जेवरात, नगदी रकम लगभग 26,000 रुपए व तीन घड़ी जुमला कीमती करीबन 20,00,000 लूट कर ले गए। इस मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।

आईजी के निर्देश पर बनी स्पेशल टीम
डकैती की इस घटना ने दुर्ग पुलिस के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी। घटना के आईजी के व एसपी के निर्देश पर स्पेशल टीम का गठन किया गया। उक्त टीम के द्वारा घटना का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया घटना स्थल व घटना स्थल के आने जाने वाले मागों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों का अवलोकन किया गया जिसमें घटना को घटित करने पांच आरोपियों के फूटेज प्राप्त हुए। इसके आधार पर आरोपियों के आने जाने के मार्ग व रूकने के संभावित स्थानों की तकरीबन पांच सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया। सीसीटीवी से मिले फूटेज व तरीका वारदात के आधार पर यह कृत्य धार झाबुआ मध्य प्रदेश के भील गिरोह के रूप में होना पाया गया।

22 दिनों तक पुलिस ने की थी कैंप
वारदात के तरीके से दुर्ग पुलिस को एक क्लू मिला। इसके बाद एक विशेष टीम गठित कर डीएसपी काईम के नेतृत्व में धार झाबुआ क्षेत्र में लगातार 22 दिनों तक कैंप किया गया। इस दौरान सीसीटीवी कैमरा फूटेज के आधार पर लगातार डकैतों की पहचान का प्रयास किया जाता रहा। घटना स्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज में हुलिये से मिलाया गया। डकैत बस बदलकर धार से इंदौर, हैदराबाद, रायपुर, बाद होते दुर्ग तक आये थे। डकैत दुर्ग से घटना स्थल के पारा हाईवे रोड में जाने आटो का उपयोग किये थे। डकैती कर हाईवे से ट्रक से लिफ्ट मांगकर नागपुर भाग गये। पतासाजी के दौरान हजार से भी अधिक मोबाईल नंबरों का विश्लेषण किया गया

फुटेज से हुई मुख्य आरोपी की पहचान
इस दौरान मुख्य आरोपी की पहचान भंगू डावर निवासी नरवानी थाना टांडा जिला धार के रूप में हुई। थाना टांडा की टीम के साथ मिलकर दुर्ग पुलिस की टीम ने कई प्रयासों के बादभंगू डावर पकड़ा। भंगू डावर से पूछताछ करने पर पता चला कि उसने अपने साथी दिलीप, गणपत, भाया, अनिल राठौर व अनिल बघेल के साथ मिलकर ग्राम रसमड़ा में डकैती एवं एनएसपीसीएल, रुआंबांधा, खम्हारडीह क्षेत्र रायपुर मे चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी भंगू से एक सोने की चैन, एक सोने की लॉकेट, एक सोने की मंगलसूत्र, एक सोने की अंगूठी बरामद किया गया।

माल खरीदने वाला एजेंट गिरफ्तार
मुख्य आरोपी से पूछताछ में पता चला कि डकैती एवं चोरी से मिले माल को भूरसिंह उर्फ भूरिया ग्राम पीपलदल्या थाना टांडा जिला धार मध्यप्रदेश को बेचना बताया। टीम के द्वारा तत्काल पतासाजी कर भूरसिंह उर्फ भूरिया को पकड़ा गया। भूरसिंह चौहान विभिन्न तिथियों में करीबन 165 ग्राम सोने चांदी के जेवरात खरीद चुका है। इसके एवज में 8 लाख 50 हजार रुपए का भुगतान भी किया। प्रति 12 ग्राम सोना वह 52,000 रुपए में खरीदता और 5000 कमीशन काटकर अपने आका इंदौरा निवासी जैन को देता था। पुलिस ने जेवरात खरीदने वाले जैन की तलाश कर रही है। आरोपी भूर सिंह से नगदी 5.200 रुपए एक सोने की नेकलेस जुमला कीमती करीबन 3,20,000 रुपए बरामद किया गया। अन्य जेवरात की बरामदगी के लिए पुलिस रिमांड ली गई है टीम धार जाकर माल बरामद करेगी। वहीं अन्य आरोपी फरार हैं।  इस पूरी कार्रवाई में डीएसपी क्राइम हेमप्रकाश नायक, उपनिरीक्षक रामनारायण सिंह ध्रुव, एएसआई गुप्तेश्वर, प्रआर प्रदीप सिंह, चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक बालमुकुंद साहू, अश्वनी यदु, आरक्षक बृजमोहन सिहं, ऋषि यादव, सुमन मंडावी महिला आरक्षक आरती सिंह की अहम भूमिका रहीं।