दुर्ग-नागपुर के बीच दौड़ेगी छत्तीसगढ़ की पहली वंदे मेट्रो, सस्ते में कराएगी सफर

रायपुर। वंदे भारत के बाद अब दुर्ग से नागपुर के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी रेलवे बोर्ड ने की है। रेल मंडल की ओर से इसकी तैयारी की जा रही है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि रायपुर से दुर्ग होते हुए जबलपुर तक वंदे भारत एक्सप्रेस और दुर्ग-रायपुर-अभनपुर मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी। इसका परिचालन नवंबर या दिसंबर में किया जाएगा। इसके लिए सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है। इन ट्रेनों के परिचालन में आने पर जीएसटी और अन्य टैक्स जोड़कर कुल किराया 386 रुपए या इसके आसपास हो सकता है।

दुर्ग से नागपुर पहली ट्रेन, 264 किमी का सफर 4.10 घंटे में पूरा होगा। अभी नागपुर के लिए दुर्ग से एक भी ट्रेन नहीं है। यह पहली ट्रेन होगी। हालांकि बिलासपुर से शिवनाथ एक्सप्रेस और इंटर सिटी एक्सप्रेस चल रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, गोंडवाना एक्सप्रेस, आजाद हिंद एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस, मेल आदि एक दर्जन से अधिक ट्रेनें दुर्ग से होकर आती जाती हैं। बताया गया है कि फिलहाल समय सारिणी अभी तय नहीं है लेकिन यात्री एक ही दिन में लौट सकेंगे। बहुत जल्दी ही इसकी समय सारिणी और रुकने वाले स्टेशन तय कर किए जाएंगे। इसमें इस बात पर अधिक ध्यान दिया जाएगा कि यह ट्रेन 24 घंटे के भीतर वापस लौट जाए, ताकि जिन्हें आवश्यक कार्यों से नागपुर जाना हो वो अपना काम पूरा करके इसके लौटते फेरे में वापस आ जाएं।

अन्य ट्रेनों की तुलना में कम होगा किराया

अधिकारियों ने बताया कि दुर्ग से नागपुर की ओर जाने वाली अन्य ट्रेनों में एसी थर्ड का किराया 555 रुपए और सेकंड एसी का किराया 760 रुपए है। उनकी तुलना में वंदे मेट्रो का किराया 155 रुपए से 360 रुपए तक कम होगा। इसका सफर चार घंटे 10 मिनट में पूरा होगा। यहीं नहीं यात्रियों को मासिक पास की सुविधा भी मिलेगी। किराया साप्ताहिक, पाक्षिक या फिर 20 दिन के एक तरफ के किराये के समान होगा। इससे यात्रियों को आर्थिक रूप से ज्यादा भार नहीं पड़ेगा। यात्रियों की सुविधा और सस्ती रेल सेवा के तहत इस ट्रेन का संचालन गैर उपनगरीय खंड में किया जाएगा।

तेजी से चल रहा है काम

रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि नए प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है। जल्दी ही यात्रियों को वंदे मेट्रो की सुविधा मिलेगी। इन मार्गों में ट्रेन चलाने की दिशा में कुछ परेशानी है। इसे जल्दी ही दूर करने के लिए हाई लेबल पर काम चल रहा है। सारी परेशानियों को दूर करने के बाद ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।