मोबाइल फोन की लत से युवाओं की रीढ़ हो रही टेढ़ी, डॉक्टरों को इस बात की चिंता; ऐसे करें बचाव
न्यूज रूम| मोबाइल की लत, कंप्यूटर पर गलत तरीके से बैठकर काम करना, बेड पर बैठकर पढ़ना युवाओं एवं छात्रों को कमर एवं गर्दन के दर्द दे रही है। दून मेडिकल कॉलेज के स्पाइन क्लीनिक, दून एवं गांधी अस्पताल के फिजियोथैरेपी सेंटर के आंकड़ों में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं को लेकर पहुंचने वालों में आधे से ज्यादा मरीज युवा हैं। जिनकी उम्र 18 से 35 साल की है। दून के स्पाइन क्लीनिक प्रभारी स्पाइन सर्जन डॉ. विक्रांत चौहान के मुताबिक सप्ताह में तीन दिन क्लीनिक चलता है, इसमें एक दिन में 150 से 200 मरीज आते हैं।
रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन, कमर, गर्दन में दर्द, हाथ पैरों में सूनापन, चलने में असमर्थता वाले मरीज आ रहे हैं। अनियमित दिनचर्या, व्यायाम न करना, गलत तरीके से बैठना, वजन ज्यादा, मोबाइल, लैपटॉप का ज्यादा प्रयोग, खराब खानपान से विटामिन की कमी से दिक्कतें बढ़ रही हैं। 50 फीसदी से ज्यादा इनमें युवा मरीज हैं। दवाईयों एवं कुछ व्यायाम की सलाह देकर इलाज कर रहे हैं।
दून अस्पताल में डॉ. विक्रांत के आने से यहां रीढ़ की हड्डी की बड़ी सर्जरी आयुष्मान में मुफ्त हो रही है। एक साल में 165 बड़े ऑपरेशन एवं 750 मरीजों का इंजेक्शन विधि से इलाज किया गया हैं।
दून अस्पताल के पीएमआर विभाग में भौतिक चिकित्सक डॉ. रूचि सेमवाल के मुताबिक सप्ताह में करीब 100 नए मरीज कमर एवं गर्दन दर्द के आ रहे हैं। इनमें 60 प्रतिशत युवा हैं। पंद्रह से 18 साल के छात्र-छात्राएं भी गलत तरीके से बैठकर पढ़ाई करने की वजह से गर्दन दर्द की चपेट में हैं।
मोबाइल में घंटों लगे रहने की वजह से गर्दन झुकी रहती हैं, लेटे रहने से परेशानी होती है। युवा स्पीड ब्रेकरों पर झटका लगने, लैपटॉप-कंप्यूटर पर ज्यादा और गलत तरीके से काम करने की वजह से कमर दर्द लेकर पहुंच रहे हैं। कुकिंग समेत घर के अन्य कार्यों में महिलाएं लापरवाही करती हैं।
उधर, गांधी अस्पताल के भौतिक चिकित्सक डॉ. उदयन कुमार ने कहा कि सप्ताह में 80 मरीज कमर एवं गर्दन दर्द के आ रहे हैं। ज्यादा देर गाड़ी चलाने, कंप्यूटर पर काम करने, पानी कम पीने की वजह से दिक्कतें ज्यादा हैं। बुजुर्गों को सर्दियों में ज्यादा दिक्कत होती है। एक्सरसाइज कर अपने आप को सक्रिय रखें, दिक्कत कम होगी।
ये रखें ख्याल
कंप्यूटर पर काम के दौरान हर 30 मिनट में आराम लें, टेबल का लेवल ठीक हो, कुर्सी में कुशन लगाएं
मोबाइल बच्चों को एक घंटे से ज्यादा न दें, खुद भी लत से बचें
घर में टीवी देखते समय लेवल ठीक रखें
अच्छा आहार लें और पांच से छह लीटर पानी पिएं
रोजाना 30 से चालीस मिनट व्यायाम जरूर करें