उदितमान सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूर्ण हुआ छठ व्रत, घाटों में अर्घ्य देने उमड़ा आस्था का सैलाब

बिलासपुर| चार दिनों तक चलने वाले छठ पर्व की अंतिम विधि उगते सूर्य देव को अर्घ्य देकर पूर्ण किया। इस दौरान शहर के छठ घाट में सैकड़ों श्रद्धालु व व्रती पहुंचे। वहीं शहर के अन्य क्षेत्रों के घाट व तालाबों में इस व्रत की विधि पूरी करने परवैतीन व श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान सूर्योदय से पूर्व ही छठ घाट में आस्था का जन सैलाब नजर आया। चारों ओर छठ के गीत गूंजते रहे और सूर्य देव व छठी मैया की भक्ति में लीन नजर आए।

बता दें, तोरवा स्थित छठ घाट में छठ पूजा समिति की ओर से कई वर्षों से पूजन का आयोजन किया जाता है। वहीं हर वर्ष यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। इस व्रत के प्रति भक्तों की आस्था ही है जो हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते है। यहां सिर्फ व्रती ही नहीं बल्कि अन्य श्रद्धालु भी पूजा विधि देखने पहुंचते हैं।

इसी वजह से छठ घाट में 50 हजार से अधिक की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। ब्रम्हमुहूर्त से ही परवैतीन के साथ उसका परिवार भी घाट पर पहुंचा। पानी में जाकर सूर्य देव का आह्वान करते हुए परवैतीन घंटों प्रार्थना करती नजर आयी। वहीं सूर्य देव के उगते ही अर्घ्य देकर सूर्य देव की जय करते हुए पूजा विधि पूरी की।

छठ घाट छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की पहचान बन गया है। यहां पर हजारों की संख्या में मौजूद छठ व्रतियों व उनके परिजनों को देखकर बिहार की झलक नजर आयी। चारों ओर छठ के गीत गूंजते रहे वहीं 36 घंटे के कठोर व्रत को विधिवत व्रतियों ने पूर्ण किया। फिर अदरक व गुड़ ग्रहण कर व्रतियों ने व्रत का पारण किया। इसके बाद सभी को प्रसाद का वितरण किया गया। अब प्रसाद देने का सिलसिला कई दिनों तक चलेगा। माना जाता है यह प्रसाद खाने मात्र से ही छठी मैया व सूर्य देव का आशीर्वाद मिल जाता है।