नायब तहसीलदार से हाथापाई और बदसलूकी के मामले में टीआई सस्पेंड, IG ने की कार्रवाई

बिलासपुर| सरकण्डा थाने में बीते दिनों नायब तहसीलदार से बदसलूखी और हाथापाई के साथ झूठा केस दर्ज करने का मामला तूल पकड़ा हुआ है। ऐसे में थाना प्रभारी तोपसिंह के थाना से हटते ही एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया। जिसमें साफ तौर पर नायब तहसीलदार से मारपीट व धक्का मुक्की करते देखा गया। इस वीडियो के वायरल होते ही प्रशासनिक सेवा संघ आक्रोश में है। वहीं इस वीडियो के वायरल होने के बाद आईजी ने कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी तोपसिंह को सस्पेंड कर दिया है।

बता दें, थाना प्रभारी व नायब तहसीलदार का एक वीडियो वारयल हुआ। जिसमें साफ तौर पर नायब तहसीलदार के साथ बदसलूखी करते टीआई को देखा गया। इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ल ने तत्काल एक्शन लेते हुए टीआई तोप सिंह नवरंग को सस्पेंड कर दिया। इस घटना के बाद मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है लेकिन तहसीलदार संघ और राजस्व अधिकारियों ने इस जांच में पारदर्शिता की कमी को लेकर सवाल उठाए हैं। तहसीलदार संघ ने मांग की है कि इस जांच में राजस्व अधिकारियों को भी भागीदारी होनी चाहिए ताकि निष्पक्ष जांच हो सकें।

तहसीलदार संघ ने बिलासपुर में रैली निकालने का निर्णय लिया है। यह रैली दोपहर 3.30 बजे कलेक्टोरेट तक जाएगी। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस आंदोलन के चलते जिले के 11 तहसीलों में पूरी तरह से कामकाज बाधित रहेगा।

17 नवंबर की रात गश्त पर निकले पुलिस जवानों और नायब तहसीलदार के बीच गाड़ी रोकने को लेकर विवाद हो गया था। इस मामले में नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा ने आरोप लगाया था कि उनके साथ पुलिस जवान ने गाली-गलौज की थी। इस दौरान उनके साथ कार में पिता और भाई भी सवार थे। विरोध करने पर पुलिस के जवान जबरन उन्हें और उनके भाई को सरकण्डा थाना ले गए। जहां पर टीआई तोप सिंह ने उनके और उनके भाई के साथ गाली-गलौज व बदसलूखी की। बिना किसी कारण के उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया और उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कर लिया। इस मामले ने तुल पकड़ लिया और प्रशासनिक सेवा संघ जिला प्रशासन के सामने आने से जांच की जा रही है।

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