गोठानों में होगा फलदार पौधों का रोपण : श्रमिकों को गांव में ही रोजगार और बढ़ेगी हरियाली

रायपुर : प्रदेश में चलाए जा रहे वृहद वृक्षारोपण अभियान के तहत बड़े पैमाने पर फल एवं छायादार पौधे लगाए जाएंगे, जिससे लोगों को खाने के लिए फल और पर्यावरण संरक्षण के लिए चहु ओर हरियाली आएगी। वृक्षारोपण से ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा। इस कड़ी में जांजगीर-चांपा के बीस किलोमीटर लंबे नहर मार्ग में छायादार पौधे लगाए जाएंगे, जिले के सभी गोठानों में फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा। जिले में वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिले में मनरेगा के तहत 8 लाख 73 हजार फल और छायादार पौधे तैयार किए गए हैं। इससे जिले में हरियाली आएगी वहीं मनरेगा के पंजीकृत मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिलेगा।
अभियान के तहत मनरेगा के तहत विभिन्न प्रजातियों के 8 लाख 73 हजार फलदार, छायादार पौधे लगाने की स्वीकृति वन, रेशम विभाग को मनरेगा से दी गई है। पौधों का रोपण सार्वजनिक स्थानों, सरकारी स्कूल, कॉलेज, भवनों, सड़क किनारे, गौठान, चारागाह, ब्लॉक प्लांटेशन, सहित उन स्थानों पर भी किए  जाएंगे जहां पर सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। आगामी वर्षों में इन फलदार वृक्षों से महिला स्व सहायता समूहों, ग्रामीणों की आजीविका भी निर्मित होगी।
इस वर्ष  बारिश में पौधे लगाने का काम बड़े पैमाने पर कलेक्टर श्री यशवंत कुमार के मार्गदर्शन में किया जाएगा। पौधरोपण किए जाने के पूर्व गड्ढे खोदने की तैयारियां चल रही हैं। जिपं सीईओ ने बताया कि क्रियान्वयन एजेंसी रेशम विभाग के माध्यम से 238 हेक्टयेर में 7 लाख 37 हजार पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग द्वारा करीब 1 लाख 35 हजार 300 के पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा ग्राम पंचायतों के माध्यम से गौठान और चारागाहों में भी पौधरोपण होगा। उद्यानिकी विभाग को 2 लाख 25 हजार पौधे तैयार करने की मंजूरी दी गई है, जिन्हें अगले वर्ष पौधरोपण करने के लिए लिया जाएगा।
मनरेगा से 7 लाख 37 हजार पौधे की मंजूरी रेशम विभाग को अर्जुन के पौधा रोपण करने के लिए दी है। इसमें मनरेगा के साथ ही रेशम विभाग अपने विभागीय मद से भी राशि खर्च करेगा। अर्जुन के पौधरोपण होने से जिले में कोसा का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे आगामी वर्षों में कोसा कारोबार से जुड़े लोगों के लिए रोजगार का सृजन होगा। रेशम विभाग के माध्यम से 238 हेक्टेयर क्षेत्र में अर्जुन के पौधे जनपद पंचायत अकलतरा, बलौदा, सक्ती, जैजैपुर, पामगढ़, नवागढ़, मालखरौदा में लगाए जाएंगे, जिन्हें ब्लाक प्लाटेंशन के रूप में विकसित किया जाएगा।
वृहद स्तर पर किए जा रहे इस अभियान की क्रियान्वयन एजेंसी वन विभाग के माध्यम से पौधों की नर्सरी तैयार की गई है। पौधे तैयार होने के उपरांत बलौदा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नैला से पकरिया नहर किनारे 10 किलोमीटर क्षेत्र में 10 हजार पौधे एवं सक्ती क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मसनिया से डुडगा नहर के किनारे 10 किलोमीटर क्षेत्र में 10 हजार  नीम, आम, पीपल, बरगद, इमली के पौधे रोपित किए जाएंगे। करीब 1 लाख 33 हजार पौधे नीम, शीशम, मुनगा, सीताफल, इमली, आम, नीबू, जामुन, अमलवास, कटहल, करंज, गुलमोहर, अमरूद, आंवला, कोसम, महुआ आदि छायादार एवं फलदार पौधे गौठान एवं चारागाह में रोपे जाएंगे।