11 साल बाद रेलवे जोन में युनियन चुनाव, मान्यता पाने यूनियनों ने झोंकी ताकत… जानिए किसके बीच है मुकाबला
भिलाई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए 4 व 5 दिसंबर को मतदान होना है। रेलवे विभागों व कर्मचारियों के बीच चुनाव को लेकर माहौल गर्म है। 11 साल बाद मान्यता के लिए फिर से चुनाव हो रहे हैं। वर्तमान में मान्यता प्राप्त यूनियन मजदूर कांग्रेस के पास अपनी साख बचाने की चुनौती है। माना जा रहा है कि इनका सीधा मुकाबला मजदुर संघ के साथ है। वहीं 4 अन्य यूनियने भी मान्यता पाने की रेस में है। मतदान को देखते हुए बिलासपुर जोन के सभी विभागों में यूनियन नेता लगातार दौरे कर प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए हो रहे चुनाव को लेकर एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। इस बार चुनाव में पोस्टर व फ्लैक्स वार सुर्खियों में है। भिलाई-3 चरोदा एवं दुर्ग के रेलवे कालोनी, चौक-चौराहे और स्टेशन परिसर प्रचार सामग्री से पट गए हैं। बड़े-बड़े पोस्टर और फ्लैक्स हर जगह नजर आ रहे हैं। रेलवे के छह संगठनों ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। मतदान की तारीख नजदीक आते ही सभी यूनियन के नेता कर्मचारियों से सतत संपर्क स्थापित कर अपने यूनियन के पक्ष में मतदान करने का आग्रह कर रहे हैं। वर्तमान में लागू नई पेंशन योजना (यूपीएस) की जगह पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने के वादे पर सभी यूनियन वोट मांग रही हैं।
2013 में हुआ था पिछला यूनियन चुनाव
पिछला यूनियन चुनाव 2013 में हुआ था, जिसमें मजदूर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी और तब से वह सत्ता में है। इस बार श्रमिक यूनियन, स्वतंत्र बहुजन समाज रेलवे कर्मचारी, मजदूर संघ, मजदूर यूनियन और अखंड रेलवे संगठन भी मैदान में हैं। जोन स्तर पर 40 हजार से अधिक मतदाता अपने वोट से नई यूनियन को चुनेंगे। 2013 में जब चुनाव हुआ था तब चुनाव प्रचार का तरीका अलग था। इस बार अलग है। चौक-चौराहों पर संगठनों के दावे और वादों को रंगीन फ्लैक्स में प्रदर्शित किया जा रहा है।
33 प्रतियशत वोट पर टिकी मान्यता
यूनियन मान्यता चुनाव में इस बार छह संगठन उतरी है। किसी यूनियन को मान्यता प्राप्त करने के लिए कुल वोटों का 33 प्रतिशत हासिल करना अनिवार्य है। मान्यता प्राप्त संगठन को सरकार से सीधे बातचीत करने और कर्मचारियों की मांगों को उठाने का अधिकार मिलेगा। यही कारण है कि सभी छह संगठन अपनी ओर अधिक से अधिक वोट आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। रेलवे यूनियन चुनाव में पोस्टर वार ने प्रचार को नई ऊंचाई दी है। हर संगठन की कोशिश है कि वे मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचा सकें।
11 साल के हमारे काम से मिलेगी जीत : डी विजय कुमार
मजदूर कांग्रेस के डिविजनल को-ऑर्डिनेटर डी विजय कुमार का कहना है कि 11 वर्षों से हमारा संगठन कर्मचारियों के हितों के लिए लड़ा है। हमारे द्वारा किए गए कार्य हमें एक बार फिर से जीत दिलाएंगे और मजदूर कांग्रेस को ही एक बार फिर से मान्यता मिलेगी। चुनाव प्रचार के दौरान कर्मचारियों को साथ मिल रहा है और हमें पूरा विश्वास है कि एक फिर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के मान्यता प्राप्त यूनियन के रूप मजदूर कांग्रेस जीत दर्ज करेगी।