रामगढ़ की पहाड़ी और मैनपाट में वृक्षारोपण के लिए महिलाएं बना रही हैं ट्री-गार्ड
रायपुर : राज्य सरकार द्वारा ‘हरा-भरा और सुंदर‘ छत्तीसगढ़ बनाने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की तैयारियां की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा वन विभाग को पांच करोड पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। साथ ही राजमार्गों और नदियों के किनारे बडी संख्या में पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है। सरगुजा जिले में भी पर्यटन विकास की दृष्टि से राम वन गमन पथ के लिए चिन्हित रामगढ़ की पहाड़ी उदयपुर तथा मैनपाट में पथ-वृक्षारोपण किया जा रहा है। पौधों को पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ट्री-गार्ड निर्माण को रोजगार के साधन के रूप में अपनाया गया है। सड़क के किनारे पथ-वृक्षारोपण के तहत लगने वाले फलदार तथा सजावटी पौधों की देखभाल इन ट्री-गार्डों से प्राकृतिक तरीके से की जा सकेगी।
लॉकडाउन की अवधि में एक ओर जहां रोजगार एवं आजीविका की समस्याएं उत्पन्न हो रही है वहीं स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए ट्री गार्ड निर्माण रोजगार के साथ-साथ जीवन-यापन के लिए आय का प्रमुख स्रोत बन रहा है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में प्रगतिशील भूमिका निभा रही है। जिसके तहत जिले की 11 स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा वृक्षारोपण को ध्यान में रखते हुए ट्री-गार्ड का निर्माण किया जा रहा है। समूहों को ट्री-गार्ड निर्माण के लिए वन विभाग के द्वारा उचित दर पर बांस उपलब्ध कराया जा रहा है। महिलाओं द्वारा निर्मित ट्री-गार्ड 450 रुपए प्रति नग की दर से वन विभाग के द्वारा खरीदा जा रहा है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को लगभग 100 रुपया प्रति ट्री-गार्ड की राशि आय के रूप में प्राप्त हो रही है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी मिल रही है।