राज्य वक्फ बोर्ड ने बिलासपुर में शुरू की जांच, इस मस्जिद से मांगा पूरा रिकॉर्ड, दी कार्रवाई की चेतावनी
बिलासपुर| छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर है| राज्य वफ्फ बोर्ड ने बिलासपुर जिले की मस्जिदों की जांच शुरू कर दी है| वक्फ बोर्ड ने जूना मस्जिद प्रबंधन से 20 साल पुराने हिसाब-किताब की जानकारी मांगी है| बोर्ड ने जूना मस्जिद प्रबंधन से बिल वाउचर, कैश बुक सहित सारे रिकॉर्ड देने को कहा है| बोर्ड ने यह भी कहा है कि अगर रिकॉर्ड नहीं दिया गया तो संचालक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी| इसके अलावा राज्य वफ्फ बोर्ड ने सभी मस्जिदों को भी पत्र लिखा है कि वे पंजीयन करा लें| इस पत्र में केंद्र सरकार की पार्लियामेंट्री कमेटी का भी जिक्र है|
गौरतलब है कि, बिलासपुर की जूना मस्जिद राज्य वफ्फ बोर्ड के रडार पर है| बोर्ड को आशंका है कि इस मस्जिद में बड़ा घोटाला मिल सकता है| राज्य वक्फ बोर्ड ने पत्र में जूना मस्जिद को कहा है कि उसके प्रबंधन ने साल 2002-03 से लेकर साल 2023-24 तक कई काम कराए गए हैं| लेकिन, वक्फ की संपत्ति का संरक्षण और प्रबंध कानून के मुताबिक नहीं किया गया है| जूना मस्जिद ने इसी साल 12 अगस्त और 29 अगस्त को ऑडिट रिपोर्ट जमा की| पत्र में लिखा गया है कि वक्फ अधिनियम 1995 तथा संशोधित 2013 की धारा 46 के अंतर्गत हर साल जुलाई की पहली तारीख को आय-व्यया का पूरा लेखा-जोखा जमा करना था| जो ऑडिट रिपोर्ट वक्फ बोर्ड को दी गई है, उसे प्राप्त करने के लिए कई पत्र दिए गए| लेकिन, जूना मस्जिद प्रबंधन ने इसमें लगातार चूक की| इसलिए अब प्रबंधन ऑडिट रिपोर्ट से संबंधित कैश बुक, लेजर, सभी वाउचर और बैंक स्टेटमेंट जमा करे|
इस मामले को लेकर बिलासपुर एसडीएम पीयूष तिवारी ने बताया कि राज्य वक्फ बोर्ड ने जूना मस्जिद को यह पत्र लिखा है| वक्फ बोर्ड ने इस मस्जिद प्रबंधन से साल 2002 से 2024 तक कराए गए कामों की ऑडिट रिपोर्ट मांगी है| इस पत्र की प्रतिलिपि कलेक्टर और मुझे प्राप्त हुई है|