निकाय चुनाव को लेकर काउंटडाउन शुरू, रायपुर में दिग्गज नेताओं ने आगे किए पत्नियों के नाम

nagriy nikay chunav

रायपुर| छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर काउंटडाउन शुरू हो चुका है। 7 जनवरी को प्रदेश के तमाम नगरीय निकायों के महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इसी के साथ निगम राजनीति की बिसात पर चाल भी शुरू हो गई हैं। सबसे मजेदार तस्वीर राजधानी रायपुर में आ रही है। यहां मेयर सीट महिला सामान्य के लिए आरक्षित होने के बाद निगम के दिग्गज अपनी पत्नी के नाम आगे करने में जुट गए हैं।

7 जनवरी को रायपुर के दीनदायल उपाध्याय ऑडिटोरियम में प्रदेश के 14 नगर निगमों के महापौर पदों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हुई। रोटेशनवाइज सिस्टम के तहत रायपुर नगर निगम सामान्य महिला प्रवर्ग के लिए आरक्षित घोषित हो गया। इसी के साथ निगम राजनीति के दिग्गज कहे जाने वाले नेताओं ने भी अपने चाल चलनी शुरू कर दिए। सीट चूंकि महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुई है, लिहाजा ये दिग्गज नेता अब अपनी पत्नी का नाम महापौर के लिए आगे बढ़ा रहे हैं। इस होड़ में कांग्रेस के नेता, पार्षद सबसे ऊपर है। आरक्षण प्रक्रिया स्थल पर ही कई नेताओं ने खुल कर अपनी पत्नी का नाम प्रपोज कर दिया तो कुछ ईशारों में ये बात कही।

चर्चा है कि कांग्रेस के करीब आधे दर्जन से अधिक नेता अपनी पत्नी का नाम आगे कर अप्रत्यक्ष रुप से महापौर बनने की होड़ में हैं। हालांकि इस होड़ की चर्चा कुछ भाजपा पार्षद के लिए भी सुनी जा रही है, लेकिन कांग्रेस नेताओं की तरह ऑन कैमरा भाजपा पार्षद इसे स्वीकार करने से इनकार ही करते हैं। एक समीकरण ये भी दिख रहा है कि भाजपा के पास समान्य वर्ग से ही मौजूदा नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे जैसा सशक्त उम्मीदवार भी है, जबकि कांग्रेस खेमे से निगम राजनीति में सक्रिय कोई इतनी मजबूत महिला उम्मीदवार नहीं दिखती।

बहरहाल, 15 साल बाद रायपुर निगम को एक बार फिर से महिला महापौर मिलने जा रहा है। महापौर चुनाव के नतीजों में पिछले 15 सालों से कांग्रेस का कब्जा है, लिहाजा देखना दिलचस्प होगा कि इस बार नगर सरकार की सत्ता में भाजपा वापसी करती है, या उसका वनवास फिलहाल और लंबा खिचेगा।