प्रिटिंग का काम कर महिलाएं अपनी जिंदगी में भर रही है रंग

रायगढ़ : कहते है इच्छा शक्ति और कुछ करने का जुनून हो तो इंसान कोई भी काम कर जाता है। सारंगढ़ विकासखण्ड के गोड़म गांव में संचालित सारिका प्रिटिंग प्रेस इसी की एक बानगी पेश करता है। यहां कि खास बात है कि इस प्रिटिंग प्रेस को बिहान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाएं संचालित कर रही है। जहां डिजाईनिंग से लेकर प्रिटिंग तक का सारा काम महिलाओं द्वारा ही किया जाता है। यहां बिल बुक, पाम्पलेट, आईडी और विजिटिंग कार्ड, प्रोडक्टर स्टीकर, ब्रोशर, इनडोर और आउटडोर व एडवारटायजिंग तैयार किये जाते है।

सारिका प्रिटिंग प्रेस जो कि सुरभि स्व-सहायता समूह की महिलाएं चला रही है इसकी संचालिका सारिका भारद्वाज बताती है कि वह शादी से पूर्व पढ़ाई के साथ-साथ प्रिटिंग प्रेस में कार्य करती थी। वहां से सीखा हुनर और अनुभव शादी के बाद खुद का व्यवसाय करने के साथ ही अन्य महिलाओं को रोजगार देने में काम आ रहा है। सारिका कम्प्यूटर में विभिन्न डिजाईनिंग सॉफ्टवेयर जैसे कोरलड्रा, पेज मेकर, फोटोशॉप चलाने में माहिर है और डिजाइनिंग का सारा काम खुद ही संभालती है। उनके पास खुद ऑफसेट प्रिटिंग मशीन भी है जिसमें छपाई, कटाई व बाइडिंग काम स्वयं व समूह की अन्य महिलाओं के साथ मिलकर करती है।

आज की स्थिति में वह प्रिटिंग प्रेस से 5 महिलाओं को नियमित रोजगार उपलब्ध करवा रही है तथा सबको भुगतान करने व सारे खर्चे निकालने के बाद 15 हजार रुपये की शुद्ध आय अभी प्राप्त कर रही है। सारिका कहती है कि भविष्य में अपने प्रिटिंग प्रेस को एक प्रिटिंग फैक्ट्री तक बड़ा करना चाहती है जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैय्या करवा सके। उनका मानना है कि आज समय अलग है तथा महिलाएं पहले से ज्यादा पढ़ी-लिखी और उनके स्वावलंबन के लिये शासन के विभिन्न योजनाओं के साथ अनेक अवसर मौजूद है। ऐसे में उन्हें घर के चारदीवारी से बाहर निकलकर खुद में सक्षम बनने के लिए प्रयास करना चाहिए।