89 हजार नौनिहालों के लिए 5.87 करोड़ रूपये से बनेंगे 91 आंगनबाड़ी भवन

रायपुर : प्रदेश के 89 हजार नौनिहाल की आवाजें अब उनके खुद के आंगनबाड़ी भवनों में गूंजेंगी। इनके साथ ही किशोर युवतियों, गर्भवती महिलाओं और शिशुवती माताओं को बेहतर वातावरण मिल सकेगा। इसके लिए महासमुंद जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 5 करोड़ 87 लाख 95 हजार की लागत से 91 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन बनाए जाएंगे। इस राशि में मनरेगा से 4 करोड़ 55 लाख रूपए और महिला बाल विकास से 1 करोड़ 32 लाख रूपए खर्च किये जाएंगे। सबसे ज्यादा 40 आंगनबाड़ी केन्द्र बसना जनपद पंचायत में और 25 केन्द्र बागबाहरा जनपद पंचायत में बन रहे हैं। इसके साथ ही सरायपाली में 11, पिथोरा में 9 तथा शेष महासमुंद जनपद पंचायत में बनेंगे। इससे आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 89 हजार 300 नौनिहालों को लाभ मिलेगा।
आंगनबाड़ी भवनों को सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी केन्द्र की श्रेणी में लाने की पूरी तैयारी की गई है। इसके लिए मानक के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्रों को बनाया जाएगा। बच्चों के लिए अच्छा वातावरण और उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी में आउटडोर गतिविधियों के लिए चारदीवार भी बनाई जा रही है। सभी आंगनबाड़ियों को मॉडल के रूप में विकसित करने कहा गया है जिसमें बच्चों के खेेलने के लिए स्थान के साथ-साथ अन्य सुविधाएं खिलौने, झूले, बोर्ड, किताबें भी उपलब्ध कराई जाये ताकि बच्चों की आंगनबाडी आने मे रूचि बनी रहे।
ग्राम पंचायत क्षेत्र में पंचायतों के माध्यम से आंगनबाड़ी भवन निर्माण किया जाएगा। इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। एक भवन के निर्माण में 6 लाख रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि जिले में एक हजार 763 आंगनबाड़ी केंद्रों में से एक हजार 625 केन्द्रों में भवन बना लिए लिए गए है। लेमन ग्रीन विलेज के नाम से पहचाने जाने वाले बागबाहरा विकासखंड के ग्राम पंचायत टेमरी में लॉक डाउन के दौरान गाइड लाइन का पालन करते हुए 4 माह मे से भी कम समय में आंगनवाड़ी भवन तैयार कर लिया गया। वर्तमान में कुछ केन्द्र किराए के भवन और कुछ सामुदायिक या अन्य सरकारी भवनों में संचालित किए जा रहे हैं। अब विभिन्न जनपदों के लिए में 91 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाने की तैयारी हो गई है। जनपदों के मुख्यकार्यपालन अधिकारियों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। आंगनबाड़ी भवन बन जाने से बच्चों की पोषण,स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति बेहतर तरीके से करने के साथ उन्हें अच्छा वातावरण मिल सकेगा।