4 करोड़ रुपये में 500 मगरमच्छ नीलाम कर रही कोर्ट, पर नहीं मिल रहा ग्राहक, 2 बार हो चुकी नाकाम कोशिश!

Ajab Gajab : अदालत न्याय सुनाती है, पर क्या आपने कभी कोर्ट को कोई सामान नीलाम करते देखा है? ऐसा अजीबोगरीब मामला चीन में देखने को मिल रहा है. यहां पर एक कोर्ट सामान नीलाम करना चाह रही है. सामान भी ऐसा, जिसे हर कोई नहीं खरीदना चाहेगा. ये सामान जीते-जागते मगरमच्छ हैं. वो भी 1-2 नहीं, बल्कि 100 टन! (Court auction 100 tonne crocodile) जी हां, चीन की एक कोर्ट 100 टन मगरमच्छ नीलाम करना चाहती है, पर समस्या ये है कि उन्हें कोई ग्राहक ही नहीं मिल रहा है. इससे पहले कोर्ट 2 बार मगरमच्छों को नीलाम करने की नाकाम कोशिश कर चुकी है.
न्यूयॉर्क पोस्ट वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार शेनजेन नैनशेन पीपल्स कोर्ट (Shenzhen Nanshan People’s Court) ने 200 से 500 मगरमच्छों की नीलामी की घोषणा की है जो करीब 100 टन के हैं. वो ये मगरमच्छ 5,50,000 डॉलर यानी करीब 4 करोड़ रुपयों में बेच रही है. कोर्ट ने इसी साल जनवरी और फिर फरवरी में भी नीलामी की कोशिश की थी, मगर उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला.
ये सारे मगरमच्छ गुआंगडॉन्ग हॉन्गई क्रोकोडाइल इंडस्ट्री कंपनी के थे. कंपनी की आर्थिक स्थिति बिगड़ने की वजह से उसे अपनी सारी संपत्तियों को नीलाम कर के कर्ज चुकाना पड़ा. इनमें मगरमच्छ भी शामिल थे. ये सारे ही सियामी मगरमच्छ हैं, जिन्हें चीन में 100 से ज्यादा सामानों के उत्पाद के लिए इस्तेमाल किया जाता है. मेकअप से लेकर वाइन तक इस लिस्ट में शामिल हैं. चीन में इनकी कमर्शियल फार्मिंग और ट्रेडिंग भी होती है.
अब सवाल ये उठ रहा है कि अगर मगरमच्छ इतने फायदे के हैं, तो इन्हें कोई खरीद क्यों नहीं रहा है? दरअसल, कोर्ट इन मगरमच्छों की हैडलिंग या शिपिंग के लिए पैसे नहीं देगी. जो भी इन्हें खरीदेगा, उन्हें खुद ही इन मगरमच्छों को यहां से ले जाने का इंतजाम करना पड़ेगा. इसके साथ ही खरीदार के पास मगरमच्छ पालने के लिए आर्टिफिशियल ब्रीडिंग लाइसेंस होना चाहिए, इसके साथ ही उन्हें रखने के लिए एक कायदे की जगह भी होनी चाहिए. फिलहाल किसी ने भी ऑक्शन के लिए रेजिस्टर नहीं किया है.