शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने दुर्ग में मासूम के साथ हुए दरिंदगी को लेकर सरकार को घेरा

रायपुर। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती आज राजधानी रायपुर पहुंचे. इस दौरान एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कई मुद्दों को लेकर बड़े बयान दिए हैं. उन्होंने दुर्ग में बच्ची के साथ हुए दरिंदगी को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि दुष्ट लोग अपनी दुष्टता से बाज नहीं आ रहे हैं. वे आम जनता पर निर्मम प्रहार कर रहे हैं. लेकिन सरकार ऐसे अपराधियों पर क्यों दया कर रही है.? उन्होंने आगे कहा कि सरकार निर्मम होगी, तभी ऐसे मामले होने बंद होंगे. लेकिन सरकारें ऐसे दुष्टों पर ममता दिखा रही है.
इसके अलावा उन्होंने नक्सलवाद, सरकार की नीतियों, धार्मिक राजनीति और सामाजिक मुद्दों को लेकर भी तीखा हमला बोला है.

नक्सलियों को शंकराचार्य की दो टूक

शंकराचार्य ने नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा- पिछले कई सालों से नक्सली गोलीबारी कर रहे हैं, लेकिन इससे क्या हासिल हुआ? यह साफ है कि उनका रास्ता पूरी तरह असफ ल हो चुका है. हम अपील करते हैं कि वे हथियार छोड़ें और मुख्यधारा में लौटें. जंगलों में बंदूक लेकर घूमने से कोई समस्या हल नहीं होती.

सनातन बोर्ड की मांग को किया खारिज

शंकराचार्य ने कुछ वर्गों द्वारा उठाई गई सनातन बोर्ड की मांग को सिरे से नकारते हुए कहा- वक्फ की तरह सनातन बोर्ड की बात पचने वाली नहीं है. सनातन कभी नकलची नहीं रहा, उसकी अपनी पहचान और परंपराएं हैं. वक्फ बोर्ड बनाकर उन्होंने ऐसा कौन सा तीर मार लिया?

‘कट्टर हिंदू गांव के विचार को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर साधा निशाना

पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा कट्टर हिंदू गांव बनाए जाने की बात पर भी शंकराचार्य ने तीखा तंज कसा. उन्होंने कहा- पहले हिंदू राष्ट्र की बात हो रही थी, अब हिंदू गांव बना रहे हैं. हिंदू गांव तो पहले भी थे. अब ‘कट्टर हिंदू, से उनका क्या तात्पर्य है, ये वही बताएं.

गौ माता को ‘राज्य माता, घोषित न करने पर बीजेपी पर हमला

शंकराचार्य ने बीजेपी पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा- हमने बार-बार कहा कि गाय को ‘राज्य माताÓ घोषित किया जाए और कानून बने, लेकिन सरकार को धर्म की नहीं, धर्म की राजनीति करनी है. धार्मिकों का पोषण नहीं हो रहा, सिर्फ वोटों की बात हो रही है.

एमपी में ‘धार्मिक स्थनों में शराबबंदी पर फूटा गुस्सा

एमपी सरकार द्वारा केवल धार्मिक स्थलों के आसपास शराबबंदी के फैसले पर शंकराचार्य ने तीखा विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि क्या मध्यप्रदेश के कुछ ही शहर धार्मिक हैं? हर शहर में मंदिर है. अगर शराब गलत है, तो पूरे राज्य में शराबबंदी होनी चाहिए. ये सब दिखावे की राजनीति है.

बता दें, उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती आज 12 अप्रैल को रायपुर के निमोरा में आयोजित ‘अभिषेकात्म होमात्मक अतिरुद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति में भाग लेंगे और पादुकापूजन के बाद आशीर्वचन देंगे. वे यज्ञ के बाद शाम 5 बजे शंकराचार्य आश्रम बोरियाकला जाएंगे, जहां भगवती दर्शन और पादुकापूजन के उपरांत भक्तों को संबोधित करेंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे. 13 अप्रैल की सुबह वे प्रयागराज के लिए रवाना होंगे.