रायपुर घासीदास संग्रहालय में अंकुश का सम्मान

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भिलाई। महंत घासीदास संग्रहालय रायपुर के आर्ट गैलरी में सुप्रसिद्ध मूर्तिकार डॉ.अंकुश देवांगन का सम्मान किया गया। वक्त था खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 47 कलाकारों की कला प्रदर्शनी सोहई का। जहां अंकुश देवांगन ललित कला अकादमी, नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ से प्रथम बोर्ड मेम्बर के रूप में शामिल हुए थे। इस दौरान सुविख्यात चित्रकार डा. ध्रुव तिवारी, जितेन्द्र साहू, हुकुम वर्मा, अनंत कुमार, सुनीता वर्मा, समाजसेवी प्रवीण कालमेघ, खैरागढ़ विश्वविद्यालय के कलाकार तथा बड़ी संख्या में कलाप्रेमी उपस्थित थे।

ज्ञात हो कि संस्कृति विभाग रायपुर के घासीदास संग्रहालय स्थित आर्ट गैलरी में वर्षों बाद एक स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कलागुरू प्रो. मिश्रा की स्मृति में आयोजित यह कला प्रदर्शनी रायपुर में अपनी अमिट छाप छोड़ गया। जिसमें समीक्षकों के शोध से यह साबित हुआ है कि छत्तीसगढ़ पेन्टिंग की दृष्टि से संभावनाओं का गढ़ है। इस प्रदर्शनी में राज्य के तमाम नामचीन कलाकारों की चित्रकला और मूर्तिकला प्रदर्शित हुई जिन्होंने न सिर्फ भारत वरन भारत के बाहर भी राज्य का नाम रोशन किया है। इसे रायपुर के दर्शकों का भी बेहतर प्रतिसाद मिला है।

प्रदर्शनी का उद्घाटन रायपुर की महापौर मीनल चौबे ने किया। वहीं मुख्य वक्ता के रूप मे दिल्ली से आए आर्ट क्रिटिक राम प्रवेश पाल, वसन्त वीर उपाध्याय तथा डा अंकुश देवांगन ने सभा को संबोधित किया। अपने उद्बबोधन में अंकुश ने छत्तीसगढ़ के कलाकारो द्वारा ललित कला अकादमी के नेशनल अवार्ड फंक्शन में कम प्रतिभागिता पर चिंता जताई है। और इस प्रतिष्ठित अकादमी अवार्ड में ज्यादा से ज्यादा शामिल होने का आह्वान किया।

इस विजुअल आर्ट एग्जीबिशन में बडोदरा गुजरात से आई डा. तरूणा ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। मूर्तिकार डॉ.अंकुश देवांगन भिलाई इस्पात संयंत्र में सेवारत हैं तथा अपनी कृतियों से शहर की सुंदरता बढ़ाने में योगदान देते हैंं। सिविक सेंटर का कृष्ण अर्जुन रथ, रूआबांधा का पंथी चौक, बोरिया गेट का प्रधानमंत्री ट्राफी चौक, भिलाई निवास का नटराज, सेक्टर 1 का श्रमवीर चौक, सेक्टर 8 सुनीति उद्यान की एथिक्स कृतियां, सिविक सेंटर का छोटा परिवार चौक उनके कालजयी सृजनात्मकता की गवाह है।