रिहाना की हमशक्कल है छत्तीसगढ़ की ये मॉडल, नैन-नक्श से लेकर हेयरस्टाइल तक सब कुछ हुबहू सेम


Lookalike Day: हर इंसान अपनी पहचान के लिए खास होता है, लेकिन क्या हो जब कहीं आपकी हूबहू शक्ल वाला कोई और दिख जाए? “हमशक्ल दिवस” पर दुनियाभर में ऐसे ही रोचक, मज़ेदार और कभी-कभी चौंका देने वाले किस्सों पर नज़र डालते हैं, जब ज़िंदगी ने किसी को उसकी परछाईं से भी मिलवाया पर वो परछाईं असली इंसान थी. यह दिन सिर्फ शक्ल की समानता नहीं, बल्कि पहचान, आत्मचिंतन और कभी-कभी मजेदार उलझनों का दिन भी बन जाता है.
इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना (International Pop Star Rihanna) के दुनियाभर में करोड़ों दीवाने हैं. भारत में भी उनके फैंस की कमी नहीं है. ऐसे में जब लोगों ने भारतीय रिहाना की तस्वीरें देखीं तो सभी शॉक्ड हो गए. दरअसल देसी रिहाना असली रिहाना से इतनी मिलती-जुलती हैं कि दोनों में फर्क करना बहुत मुश्किल है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर जिले के बागीचा इलाके में रहने वाली रेने कुजूर (Renne Kujur) उर्फ रेणू पेशे से एक मॉडल (Model) हैं .
अपने बचपन को याद करते हुए रेने बताती हैं कि जब वह पहली बार फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन में परी बनकर गई थीं तो किस तरह उनका मजाक उड़ाया गया था. उन्हें देखते ही सब कहने लगे थे- देखो-देखो काली परी आई है. इसके बाद रेने रोते-रोते ही स्टेज छोड़कर चली गई थीं. आज रेने कुजूर के वही आंसू उनकी पहचान में बदल गए हैं. आज के समय में रेने को खूबसूरत कहने वालों की लंबी लिस्ट है और वह कहती हैं- कुछ परियां काली भी होती हैं. आज के समय में सोशल मीडिया रेने कुजूर का दीवाना है. उसे लोग इंडियन रिहाना फेंटी कह रहे हैं.
वैज्ञानिक मानते हैं कि पूरी दुनिया में एक जैसे चेहरे होने की संभावना बहुत कम है, लेकिन फिर भी ऐसे सैकड़ों किस्से सामने आते हैं. जहां दो अजनबी एक-दूसरे की हूबहू कॉपी निकलते हैं. जेनेटिक्स, चेहरे की संरचना और सीमित चेहरे के पैटर्न इसका कारण हो सकते हैं.
रेनी कुजूर को सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म पर अक्सर “इंडियन रिहाना” कहा जाता है. इसकी वजह है उनकी शक्ल का अमेरिका की मशहूर सिंगर रिहाना से मेल खाना. लेकिन सिर्फ शक्ल ही नहीं, रेनी खुद एक उभरती हुई भारतीय रैपर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जो अपनी दमदार आवाज और यूनिक म्यूजिक स्टाइल के लिए जानी जाती हैं. रेनी की कहानी हमशक्ल होने से आगे बढ़कर प्रेरणा बन चुकी है – कैसे शक्ल मिलना एक अवसर में बदल सकता है, अगर आत्मविश्वास और टैलेंट साथ हो.
अमिताभ बच्चन, सलमान खान से लेकर पीएम मोदी तक – कई नामचीन हस्तियों के हमशक्लों ने न सिर्फ लोगों का ध्यान खींचा है, बल्कि कुछ तो फिल्मों, विज्ञापनों और इवेंट्स में भी उनकी जगह निभा चुके हैं.
कुछ मामलों में हमशक्ल होना परेशानी का कारण भी बन सकता है. जैसे पुलिस की गलती से गिरफ़्तारी, परीक्षा में भ्रम या पासपोर्ट जैसी पहचान से जुड़े दस्तावेजों में गड़बड़ी. हमशक्ल दिवस हमें याद दिलाता है कि दुनिया कितनी छोटी और रहस्यमयी है. यह दिन न सिर्फ दिलचस्प मुलाकातों का प्रतीक है, बल्कि यह भी सिखाता है कि शक्ल से ज्यादा ज़रूरी है आपकी सोच, आपकी पहचान और आपका टैलेंट. रेनी कुजूर जैसी कहानियां हमें बताती हैं कि शक्ल मिलना महज संयोग हो सकता है, लेकिन पहचान खुद बनानी पड़ती है.