सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार


खैरागढ़। सरकारी नौकरी का सपना संजोए पांच लोगों को दो ठगों ने ऐसा फांस लिया कि न केवल उनका सपना चकनाचूर हो गया, बल्कि उनकी सालों की कमाई भी ठगों की जेब में चली गई।
यह मामला खैरागढ़ जिले के गंडई थाना क्षेत्र का है, जहां रायपुर और बलौदाबाजार से पकड़े गए दो आरोपियों ने शिक्षक, चपरासी और लेबर इंस्पेक्टर जैसे पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से कुल 37 लाख 67 हजार 900 की ठगी की है।
यह मामला तब शुरू हुआ जब पांडातराई निवासी संतोष देवांगन, जो वर्ष 2022 में स्वास्थ्य विभाग के जीवन दीप समिति में कार्यरत थे और जीवन दीप कर्मचारी कल्याण संघ के कोषाध्यक्ष भी थे, रायपुर संगठन के पंजीयन कार्य से गए थे। वहीं उनकी मुलाकात बिशेसर ध्रुव नाम के व्यक्ति से हुई।
बिशेसर ने खुद को मंत्रालय से जुड़े प्रभावशाली लोगों से संपर्क वाला बताते हुए दावा किया कि वह लोगों को सरकारी नौकरी दिलवा चुका है और संतोष की भी नौकरी लगवा सकता है। उसने लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी के लिए 20 लाख, शिक्षक पद के लिए 15 लाख और चपरासी के लिए 8 लाख की मांग की।