अंतरराज्यीय क्रिकेट सट्टा गिरोह का पर्दाफाश, दिल्ली से हो रहा था ऑपरेट


रायपुर/बलौदाबाजार। रायपुर के अलावा भाटापारा, तिल्दा, नेवरा, आरंग, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर, नवापारा राजिम में सटोरियों ने सुरक्षित ठिकाना बना रखा है। सटोरियों के गुर्गे मोटे कमीशन पर सटोिरयों के लिए काम करते है। इन सटोरियों का नेटवर्क देश-विदेश तक फैला हुआ है । पिछले महीने सटोरियों के नेटवर्क को तहस-नहस कर बलौदाबाजार पुलिस ने अंतरराज्यीय क्रिकेट सट्टा गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो दिल्ली से बैठकर पूरे देश को ऑनलाइन जुए के जाल में फंसा रहे थे। एक लंबी तकनीकी जांच और कड़ी निगरानी के बाद बलौदाबाजार पुलिस ने राजधानी दिल्ली में दबिश देकर गिरोह के 10 सक्रिय सदस्यों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपी रायपुर, भाटापारा, जांजगीर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रीवा और चित्रकूट के रहने वाले हैं। इनमें भाटापारा के तीन प्रमुख बुकी भी शामिल हैं, जो दिल्ली से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा ऑपरेट कर रहे थे, और स्थानीय युवाओं को मोबाइल ऐप और लॉगिन आईडी देकर सट्टा खेलने के लिए जोड़ रहे थे।
दिल्ली के दो किराए के फ्लैटों में ऑपरेट हो रहे इस ऑनलाइन सट्टा हब से पुलिस ने कई चीजें बरामद की है. जिनमें 8 लैपटॉप, 52 एंड्राइड मोबाइल फोन, 42 एटीएम कार्ड, 64 बैंक अकाउंट के पासबुक, 22 चेकबुक, 38,000 रुपए नकद, इंटरनेट राउटर, मोबाइल चार्जर, एक्सटेंशन केबल और कई तकनीकी उपकरण जब्त किए है. पासबुक और ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड से पता चला है कि करोड़ों रुपए का लेन-देन इन खातों से हो चुका था।
थाना भाटापारा शहर और साइबर सेल की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि संत रविदास वार्ड और सुहेला तिगड्डा क्षेत्र में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चल रहा है. 3 अप्रैल को पुलिस ने घेराबंदी कर दो स्थानों से दो आरोपियों को मोबाइल सहित गिरफ्तार किया. पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण से मिली कडिय़ों ने जांच को दिल्ली की ओर मोड़ दिया. फिर दिल्ली में योजनाबद्ध छापेमारी की गई, जहां से पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।