देवर ने भाभी को बनाया ठगी का शिकार, ऑन लाईन ट्रेडिंग गेम का झांसा देकर लाखों ठगे


भिलाई। दुर्ग की पद्मनाभपुर पुलिस ने ठगी के मामले में 20 साल के युवक को गिरफ्तार किया है। युवक ने अपनी ही भाभी को ठगी का शिकार बनाया। ऑनलाइन ट्रेंडिग व गेमिंग का झांसा देकर उसने भाभी से निवेश कराया। रुपए फंसने पर पुलिस व गिरफ्तारी का डर दिखाकर रुपए वसूलने लगा। इस तरह उसने 7 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की। जब उसकी भाभी को शक हुआ तो उसने अपने पति को बताया। इसके बाद मामला पुलिस थाने पहुंचा। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में धारा 318 (4) बीएनएस के तहत कार्रवाई की गई।
मिली जानकारी के अनुसार मैत्री विहार कोहका निवासी खिलेश्वरी उर्फ पिंकी ने अपनी शिकायत में बताया कि जनवरी 2023 में वह अपने मोबाईल पर आनलाईन कलर ट्रेडिंग गेम खेलती थी जिसे उसका चचेरा देवर योभिजीत साहू (20) निवासी ग्राम परसदा थाना गुण्डरदेही ने देखा था। उस वक्त वह मुक्त नगर पदमनाभपुर दुर्ग में रह कर पढ़ाई कर रहा था वह सीएससी च्वाईस सेंटर की आई.डी भी चलाता था। गेम के प्रति रूची दिखा कर लिंक लेकर अपने मोबाइल 8 जनवरी 2023 को रजिस्टर्ड कर आईडी बनाया और मुझे अपनी आईडी पासवर्ड देकर 30,000 रुपए मुझे फोन पे के माध्यम से भेजा और कहा कि आप खेलना और प्रतिमाह मुझे 5,000 प्राफिट देना।
दो दिन बाद जब आईडी पर गेम खेलकर जीती राशि को विड्राल करने के लिए अपने बैंक खाते के डिटेल डाली और योभिजीत साहू से ओटीपी मांगा तो वह मुझे ओटीपी नहीं बताया और इस बात की जानकारी दी कि उसके फोन में किसी भी प्रकार का कोई भी ओटीपी नहीं आ रहा है। जब मैं अपने देवर से ओटीपी न आने का कारण पुछी तो उसने अपना मोबाइल हैक होना बता दिया।
इसके बाद उसने अपने बैंगलुरू के दोस्त अभिषक को बताया तो उसने ट्रांजेक्शन जांचा और बताया कि योभिजीत साहू द्वारा चलाये जाने वाले सीएससी की आईडी में रजिस्टर्ड अपने करंट अकाउंट को हैक कर करोड़ों का ट्रांजेक्शन हो रहा है। इसके बाद योभिजीत ने खिलेश्वरी को डराया और सरकार से 7 लाख का नोटिस आने की बात कही। नहीं भरने पर जेल हो जाने का डर दिखाया। इसके बाद उसने घर में पता चलने पर पिता से डांट पडऩे की बात कही और कहने लगा की रुपए नहीं मिले तो वह आत्महत्या कर लेगा। खिलेश्वरी को भी उसने इसमें मिला लिया औ कहा कि दोनों को जेल हो जाएगी।
इसके बाद खिलेश्वरी गारंटर बनाकर को उसने सीएससी से 4 लाख 50,000 रुपए लोन लिया। इसके बाद एक मित्र से 2 लाख रुपए लेकर दिए। इस तरह योभिजीत ने 6 लाख 50 हजार राज्य तथा केन्द्र सरकार को चलान के रूप में दे दिया हूं कहा और रसीद भी नहीं दी। इसके बाद लोन की रकम के लिए योभिजीत द्वारा मानसिक एवं भावनात्मक रूप से भयभीत कर एवं दबाव बनाकर जेल जाने की धमकी देकर रकम की व्यवस्था करने को कहा। डर के कारण गहनों को इंडियन ओवरसीज बैंक में गिरवी रख कर 2 लाख 40 हजार रुपए की व्यवस्था की। लोन की किश्त नहीं पटी और इसके लिए भी योभिजीत ने थाने से फोन आने का दबाव बनाया। ऐसा करते करते योभिजीत ने 7 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की।