EOW ने कसा शिकंजा…शराब घोटाले में 30 अधिकारियों के खिलाफ मिली अभियोजन स्वीकृति, हो सकती है गिरफ्तारी

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रायपुर| छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित 2161 करोड़ के शराब घोटाले को लेकर छापे के साथ अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। इस घोटाले में फंसे आबकारी विभाग के 30 अधिकारियों के खिलाफ शासन से आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) को अभियोजन स्वीकृति मिल गई है। इनके खिलाफ जल्द ईओडब्ल्यू कार्रवाई करने वाली है। EOW ने दर्ज एफआईआर में इन अधिकारियों को नामजद किया था। उनके कई बार एजेंसी पूछताछ कर चुकी है। इनके खिलाफ चार्टशीट भी पेश की जा सकती है। अब अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई और छापेमारी का रास्ता साफ हो गया है।

इन अधिकारियों में तत्कालीन एडिशनल डायरेक्टर, ज्वाइंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, जिला आबकारी अधिकारी और कुछ ADO व इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं। इसमें तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी जनार्दन कौरव, अनिमेष नेताम उपायुक्त, विजय सेन शर्मा उपायुक्त, अरविंद पाटले, प्रमोद नेताम, रामकृष्ण मिश्रा, विकास गोस्वामी सहायक आयुक्त, इकबाल खान, नितिन खंडुजा, नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजु केसर, सौरभ बख्शी, दिनकर वासनिक, अशोक सिंह, मोहित जायसवाल, नीतू नोतानी, रविश तिवारी, गरीबपाल दर्दी, नोहर सिंह ठाकुर जिला आबकारी अधिकारी समेत अन्य अधिकारी जांच के घेरे में है।

दरअसल, EOW द्वारा पूर्व में दर्ज एफआईआर में कुल 36 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से कई राजनेता, पूर्व IAS अधिकारी और कारोबारी पहले से ही जेल में बंद हैं। अब आबकारी विभाग के अधिकारियों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। EOW इन अधिकारियों से पहले भी लंबी पूछताछ कर चुका है, लेकिन अभियोजन की अनुमति मिलने से अब गिरफ्तारी सहित अन्य विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।

सूत्रों के हवाले से खबर है कि आने वाले दिनों में कई आबकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है। इस घोटाले की जड़ें गहरी होने की बात पहले ही सामने आ चुकी है और अब प्रशासन की यह कार्रवाई मामले को निर्णायक मोड़ पर ले जा सकती है। यह घोटाला छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासनिक ढांचे में कंपन पैदा करने वाला सबसे बड़ा घोटालों में से एक माना जा रहा है।

बता दें कि इओडब्ल्यू ने शराब घोटाले में रायपुर,जगदलपुर, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में 13 ठिकानों में एक साथ शनिवार को छापेमारी की। इसमें रायपुर में देवेन्द्र नगर और संतोषी नगर, अंबिकापुर में 3, जगदलपुर में 2, सुकमा में 5, दंतेवाडा़ स्थित 1 ठिकाना शामिल है। उक्त छापेमारी में देवेंद्र नगर में कंस्ट्रक्शन कारोबारी एवं कांग्रेस के कांग्रेस प्रत्याशी जी नागेश्वर राव और जी श्रीनिवास राव, संतोषी नगर में कमलेश नाहटा, दंतेवाड़ा में कांग्रेस नेता राजकुमार तामो, अंबिकापुर में कपड़ा कारोबारी अशोक अग्रवाल उसके भाई मुकेश अग्रवाल, सुकमा में योग आयोग के सदस्य राजेश नारा, जयदीप भदौरिया, हार्डवेयर कारोबारी अनीश बोथरा, शेख बशीर, अहमद बशीर, जगदलपुर में प्रेम मिगलानी के दफ्तर और घर शामिल हैं।